________________
सत्तवीसइमं सतं
१-११ उद्देसा जीवाणं पावकम्म-करणाकरण-पद १. जीवे णं भंते ! पावं कम्म कि करिसु करेति करेस्सति ? करिसु करेति न
करेस्सति ? करिसु न करेति करेस्सति ? करिसु न करेति न करेस्सति ? गोयमा ! अत्थेगतिए करिसु न करेति करेस्सति, अत्यंगतिए करिसु करेति न करेस्सति, अत्थेगतिए करिसु न करेति करेस्सति, अत्थेगतिए करिसु न करेति न करेस्सति ।। सलेस्से णं भंते ! जीवे पावं कम्मं ? एवं एएणं अभिलावेणं जच्चेव बंधिसए वत्तव्वया सच्चेव निरवसेसा भाणियव्वा, तहेव नवदंडगसंगहिया एक्कारस उद्देसगा भाणियव्वा ।।
९८५
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org