SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 96
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ पढमं पण्णवणापयं सिंघाडगस्स गुच्छो, अणेगजीवो उ होति नायव्वो। पत्ता पत्तेयजिया, दोण्णि य जीवा फले भणिता ॥६॥ अणंतजीवलक्खणं जस्स मूलस्स भग्गस्स, समो भंगो पदीसए'। अणंतजीवे उ से मूले, जे यावण्णे तहाविहा ॥१०॥ जस्स कंदस्स भग्गस्स, समो भंगो पदीसए। अणंतजीव उ से कदे, जे यावण्ण तहाविहा ।।११।। जस्स खंधस्स भग्गस्स, समो भंगो पदीसए । अणंतजीवे उ से खंधे, जे यावण्णे तहाविहा ॥१२॥ जीसे तयाए भग्गाए, समो भंगो पदीसए। अणंतजीवा तया सा उ, जा यावण्णा तहाविहा ॥१३॥ जस्स सालस्स भग्गस्स, समो भंगो पदीसई । अणंतजीवे उ से साले, जे यावण्णे तहाविहा ॥१४॥ जस्स पवालस्स भग्गस्स, समो भंगो पदीसई। अणंतजीवे पवाले से, जे यावण्णे तहाविहा ॥१५॥ जस्स पत्तस्स' भग्गस्स, समो भंगो पदीसई । अणंतजीवे उ से पत्ते, जे यावण्णे तहाविहा ॥१६॥ जस्स पुप्फस्स भग्गस्स, समो भंगो पदीसई । अणंतजीवे उ से पुप्फे, जे यावण्णे तहाविहा ।।१७।। जस्स फलस्स भग्गस्स, समो भंगो पदीसती। अणंतजीवे फले से उ, जे यावण्णे तहाविहा ॥१८॥ जस्स बीयस्स भग्गस्स, समो भंगो पदीसई । अणंतजीवे उ से बीए, जे यावण्णे तहा विहा ॥१६॥ पत्तयसरीरजीवलक्षणं जस्स मूलस्स भग्गस्स, हीरो भंगे पदीसई। परित्तजीवे उ से मूले, जे यावण्णे तहाविहा ॥२०॥ जस्स कंदस्स भग्गस्स, हीरो भंगे पदीसई। परित्तजीवे उ से कंदे, जे यावण्णे तहाविहा ॥२१॥ जस्स खंधस्स भग्गस्स, हीरो भंगे पदीसई। परित्तजीवे उ से खंधे, जे यावण्णे तहाविहा ॥२२॥ जीसे तयाए भग्गाए, हीरो भंगे पदीसई। परित्तजीवा तया सा उ, जा यावण्णा तहाविहा ।।२३।। जस्स सालस्स भग्गस्स, हीरो भंगे पदीसती। परित्तजीवे उ से साले, जे यावण्णे तहाविहा ॥२४॥ १. य दीसए (ख,ग,घ) सर्वत्र । ३. पण्णस्स (घ)। २. य दीसई (घ)। ४. भंगो (क) सर्वत्र । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003555
Book TitleUvangsuttani Part 05
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1989
Total Pages1178
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, & Canon
File Size22 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy