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पण्णवणासु
असंखेज्जइभागं । गब्भवक्कंतियाणं पज्जत्तयाण य जहणणेणं अंगुलस्स असंखेज्जइभागं, उक्कोसेणं तिण्णि गाउयाई ॥ वेव्वियसरीरे विहि-पदं
४६. वे उव्वियसरीरे णं भंते ! कतिविहे पण्णत्ते ? गोयमा ! दुविहे पण्णत्ते, तं जहा - एगिदियवे उव्वियसरीरे य पंचेंदियवे उव्वियसरीरे य ॥
५०. जदि एगिदियवे उव्वियसरीरे कि वाउक्काइयएगिदियवे उव्वियसरीरे अवाउक्काइयएगिदियवे उव्वियसरीरे ? गोयमा ! वाउक्काइयएगिदिय वे उव्वियसरीरे, णो अवाउक्काइय एगिंदियवे उव्वियसरीरे ।
जदि वाउक्काइए गिंदियवे उब्वियसरीरे किं सुहुमवाउक्काइयएगिदिय वे उब्विय सरीरे ? बादरवारक्काइए गिदियवेउव्वियसरी रे ? गोयमा ! णो 'सुमवाकाइयग दियवेउब्वियसरीरे, बादरवाउक्काइय एगिदिय वे उव्वियसरीरे ।
जदि बादरवाउक्का इयए गिंदिय वे उव्वियसरीरे किं पज्जत्तबादरवा उक्का इयएगिदियवेव्वियसरीरे ? अपज्जत्तबादरवा उक्काइयए गिं दियवेडव्वियसरीरे ? गोयमा ! पज्जत्तबादरवाजाइयएगिदियवेडव्वियसरीरे, णो अपज्जत्तबादरवाउक्काइयएगिदियवे उब्विय
सरीरे ॥
५१. दि पंचेंदियवे उव्वियसरीरे किं णेरइयपंचेंदिय वेउव्वियसरीरे जाव किं देवपंचेंदियवे उव्वियसरी रे ? गोयमा ! णेरइयपंचेंदियवेउव्वियसरीरे वि जाव देवपंचेंदियवेउब्वियसरीरे वि ॥
५२. जदि णेरइयपंचेंदियवे उब्वियसरीरे किं रयणप्पभापुढविणे रइयपंचेंदियवे उब्वियसरीरे जाव किं असत्तमापुढविणे रइयपंचेंदिय वेउव्वियसरीरे ? गोयमा ! रयणप्पभापुढविणेरइयपंचेंदियवे उव्वियसरीरे वि जाव आहेसत्तमापुढविणे रइयपंचें दियवे उव्वियसरीरे वि । जदि रयणप्पभापुढविणे रइयपंचेंदिय वेडव्विय सरीरे किं पज्जत्तगरयणप्पभापुढविणेरइयपंचेंदिवे उव्वियसरीरे ? अपज्जत्तगरयणप्पभापुढविणे रइयपचें दियवे उब्वियसरीरे ? गोयमा ! पज्जत्तगरयणप्पभापुढविणे रइय पंचेंदियवेउव्वियसरीरे वि अपज्जत्तगरयणप्पभापुढविणे रइय पंचेंदियवे उव्वियसरीरे वि । एवं जाव अहेसत्तमाए दुगतो भेदो णेयव्वो' ॥
५३. जदि तिरिक्खजोणियपंचेंदियवेउब्व्वियसरीरे किं सम्मुच्छिमतिरिक्खजोणिय पंचेंदियवेव्वियसरी रे' ? गब्भवक्कंतियतिरिक्खजोणिय पंचें दिय वेउव्वियसरी रे ? गोयमा ! णो सम्मुच्छिम तिरिक्खजोणियपंचेंदियवे उव्वियसरीरे, गब्भवक्कंतियतिरिक्खजोणिय पंचेंदिवे व्वियसरीरे |
जदि गब्भवक्कंतियतिरिक्खजोणियपंचेंदियवेउव्वियसरीरे किं संखेज्जवासाउयगब्भवक्कंतियतिरिक्खजोणिय पंचेंदियवे उव्वियसरीरे ? असंखेज्जवासाउयगब्भवक्कंतिय तिरिक्खजोणियपंचेंदियवे उव्वियसरीरे ? गोयमा ! संखेज्जवासाउयगब्भवक्कंतियतिरिक्खजोणियपंचेंदियवे उव्वियसरीरे, णो असंखेज्जवासाउयगन्भवक्कंतियतिरिक्खजोणियपंचेंदिय वेउब्वियसरीरे |
१. भाणियव्वो ( ख, ग, घ ) ।
२. पंचेंदियतिरिक्खजोणिय ( क, ख, ग ) प्रायः सर्वत्र ।
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