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________________ सिरिकुड-सीमाविक्खंभ १०७६ सिरिकूड (श्रीक्ट ) ज ४१४४ सिस्सिणीभिक्खा (शिष्याभिक्षा) उ ४।१६ सिरिघर (श्रीनह) ज ३।२२० सिहंडि (शिखण्डिन्) ज ३।१७८ सिरिचंदा (श्रीचन्द्रा) ज ४११५५,२२४१ सिहर (शिखर) प २।४८ ज ११३७, ३१२४; सिरिणिलया (श्रीनिलया) ज ४१२२४।१ ४१४६,५१४३ उ ५५ सिरियाम (श्रीदान) ज ५१६७ सिहरतल (शिखरतत) ज ११३२,३३, ४।२४१ शिरिदेवित्त (श्रीदेवी) उ ४१२४ सिहरि (शिखारन) प २११:१६।३० ज ३।१८६, सिरिदेवी (श्रीदेवी) उ ४१५ २१७,४।२७१,२७३,२७४,२७७ सिरिनिलया (श्री नल्या) ज ४।१५।२ सिहरिकड (शिखरिकट) ज ४।२७५ सिरिमडिया (श्रीमतिा) ज ४।१५५।२,२२४।१ सिहरिसंठाणसंठिय (शिखरिसंस्थानस्थित) सिरिडिस्य (श्र्वतंसक) ७४।५ ज ४।२७६ सिरिदडे य (श्यतंरक) उ ४१२४ सिहि (शिखिन ) ज २११३७ सिरिवच्छ (श्री त्य) ज ३१३,७६,११६,१७८; सीउण्ह (शीतोष्ण) ज २११३३,३११३८ ४॥२८ सीओवष्यवायकंड (शीतोदाप्रपातकुण्ड) ज ४।६२ सिरिवच्छः श्रीसा) ज ५१४६।३ से १४ सिरिसंपूया (श्री भूता) ज ७।१२०११ सीओदा (शीतोदा) ज ४।६३,६४ सू १०।८८१ सीओदाकूड (शीतोदाकूट) ज ४।६६ सिरिहिरिधिनितिपरिवज्जिय (श्रीह्रीधतिकीति- सीत (गीत) ५ ११५,७ से ६,५१७,२११,२१२, परिजित) १९८६,१५,११६ २१४,२१५,२१८,२२० से २२६६।१ से ११; सिरीय श्रीक) ३।४६ २८।१०५,३४।१६,३५।१।१ सिरीस ( ब) १:३६१३ तीतजोणिय (शीतयोनिक) ५ ६।१२ सिरोव (सीप६८०१ सीतल (शीत) सू२०१२ लिला (शिला) ५११२०११, २०३१ ज २१२४,६४, सोना (सीता) १६४ सू २३ ६.३१५,११६,१६४१८४३२४५,२४६ सीसाली (सप्तचत्वारिंशत्) सूरा३ सीतोदय (शीतादक) । ११२३ सिधि मिलीलीन्त्री ॥३१,२१४०।१०। सीतोदा (शीतादा) ज ४।६१,६२,९५,२१०।१, रिचय ( निय) : ११ २१२,२१५,२२६ से २३१६।२२ सिला २०.५ प १४०२ सातोदामुह सिंड (सीतादामुख नपण्ड) ज ४।२१२ शिवोच्चय (शिलाज ।२६०११ सोटोसजोणिय (शीतोष्णमोनिया) प ६१२ सिव (श परा३०,३१.४१ ज १६४,३।१८५, सीतोलिण (शीतोष्ण) प ६।१ से ११,३५११ से ३ २०६५ २१,५८,७।११४। १ ०।१२४११ सीधु (सीधु) उ १.३४,४६,७४ ११४१४४,३।२११,१७१ सोभर (शीकर) उ १६७ सिसिर (शिशि) ७.११४३१ सू १०.१२४११ सीकर (सीकर) ज २१५६,६० सिस (शिष्य) ज २०१६ सीसंधर (पीनन्धर) १६,६० सिस्सिया (शिनाति बाउ ४१६ सीगार सीसाकार) प १२८ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003555
Book TitleUvangsuttani Part 05
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTulsi Acharya, Mahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1989
Total Pages1178
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, & Canon
File Size22 MB
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