________________ [427 64 MY MY MY 468 प्रथम परिशिष्ट : दशवकालिकसूत्र का सूत्रानुक्रम] पढमं नाणं, तो दया पढमे भंते ! महब्वएx पयत्तपक्के त्ति व पक्कमालवे 373 परिक्खभासी सुसमाहि-इंदिए 388 परिवढे त्ति णं बूया 354 परीसह-रिऊ-दंता पवडते व से तत्थ 87 पविसित्तु परागारं 407 पवेयए अज्जपयं महामुणी 540 पंचासवपरिन्नाया 27 पंचिदियाण पाणाणं 352 पाईणं पडिणं वा वि 266 पिट्ठगतेण हत्थेण 126 पियए एगो तेणो 250 पिंडं सेज्जं च वत्थं च 310 पीढए चंगबेरे य 356 पुढवि न खणे न खणावए 522 पुढवि भित्ति सिल लेलु पुढविकायं न हिंसंति 289 पुढविकायं विहिसतो 260 पुढविक्कातिए जीवे ण सद्द०+ गा.१ पुढविक्कातिए जीवे सद्द०+ गा. 7 पढवि चित्तमंतमक्खायाx पुढवि-दग-अगणि-मारुय पुत्त-दार-परिकिण्णो 549 पुरो जुगमायाए 85 पुरेकम्मेण हत्थेण 114 पूयणट्ठा जसोकामी 248 पेहेइ हियाणुसासणं 512 पोग्गलाणं परीणाम 447 बलं थामं च पेहाएन 422/B बहवे इमे असाहू 379 बहुअट्टियं पोग्गलं 186 बहुं परघरे अस्थि 240 बहुं सुणेइ कण्णेहि 408 बहुवाहडा अगाहा भवइ य एत्थ सिलोगो "जया य०x 543 भवइ य एत्थ सिलोगो"जिणवयणर ए०४५१८ भवइ य एत्थ सिलोगो"नाण.x 514 भवइ य एत्थ सिलोगो-पेहेइx 512 भवइ य एत्थ सिलोगो""विविहx 516 भासाए दोसे य गुणे य जाणिया 387 भु जित्तु भोगाइं पसज्झचेतसा 555 भूयाणमेसमाघाओ 267 मट्टियागतेण हत्थेण 118 मणोसिलागतेण हत्थेण 122 मुसावायो य लोगम्मि 275 मुहुत्तदुक्खा हु हवंति कंटया मूलए सिंगबेरे य 23 मूलमेयमहम्मस्स 274 मूलाग्रो खंधप्पभवो दुमस्स 469 रण्णो गिहवईणं च रायणिएसु विणयं पउंजे डहरा 464 रायणिएसु विणयं पउंजे धुव० रायाणो रायमच्चा य रोइय नायपुत्तवयणं 525 लज्जा दया संजम बंभचेरं 464 लद्ध ण वि देवत्तं 260 लूहवित्ती सुसंतु? 413 लोणगतेण हत्थेण 124 लोभऽस्सेसऽणुफासो 281 वड्ढइ सोंडिया तस्स 251 वणस्सइं न हिंसंति 303 वणस्सई विहिसंतो 304 वणस्सई चित्तमंतमक्खाया 36 वणस्सतिकातिए जीवे ण सद्द०+ वणस्सतिकातिए जीवे सद्द०+ गा. 11 वणीमगस्स वा तस्स 225 362 428 265 + इस चिह्न से अंकित सूत्र अधिकपाठात्मक, तथा x इस चिह्न से अंकित सूत्र गद्यपाठात्मक समझने चाहिये। ---सं. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org