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________________ बीसवां उद्देशक] है, फिर भी इसके सूत्रों की संख्या भाष्यगाथा 6469 से 73 तक में कही गई पूरे निशीथ के सूत्रों की एवं लघु, गुरु, मासिक, चौमासिक एवं आरोपणा सूत्रों की संख्या से भिन्न है / उपलब्ध सूत्र-संख्या से इनका समन्वय करना भी अशक्य है / यथा प्रथम उद्देशक में सूत्र संख्या 58 उपलब्ध है, भाष्यचणि में भी इतने ही सूत्रों की व्याख्या है, फिर भी इस उद्देशक को सूत्र संख्या उक्त गाथाओं में 252 कही गई है / अतः 2022 सूत्रों का कथन बहुश्रुत गम्य है। वर्तमान के तो स्वाध्यायप्रेमियों को 1401 सूत्रों से ही सन्तोष करना पड़ेगा। अन्वेषक चिन्तनशील आगमप्रेमी बहुश्रुत इस विषय में प्रयत्न करके समाधान प्रकट कर सकते हैं। बोस उद्देशकों के सूत्रों की तालिका उद्देशक सूत्र-संख्या 80 GM KAWW 10 128 317 प्रायश्चित्त-स्थान गुरुमासिक लघुमासिक लघुमासिक लघुमासिक लघुमासिक गुरुचौमासी गुरुचौमासी गुरुचौमासी गुरुचौमासी गुरुचौमासी 52 3 345 गुरुचौमासी MMM 44 लघुचौमासी लघुचौमासी लघुचौमासी लघुचौमासी लघुचौमासी लघुचौमासी लघुचौमासी लघुचौमामी आरोपणा 155 35 योग 1401 (चौदह सौ एक) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003492
Book TitleAgam 24 Chhed 01 Nishith Sutra Stahanakvasi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMadhukarmuni, Kanhaiyalal Maharaj, Trilokmuni, Devendramuni, Ratanmuni
PublisherAgam Prakashan Samiti
Publication Year1991
Total Pages567
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
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