________________ बहुत हो संक्षेप में विवेचन प्रस्तुत किया / यह विवेचन संक्षेप में होने पर भी सारपूर्ण है। पं. प्रवर कलम कलाधर शोभाचन्द्र जी भारिल्ल को प्रतिभा का चमत्कार भी यत्र तत्र निहारा जा सकता है। ___ मुझे दृढ आत्मविश्वास है कि यह पागम जन-जन को प्रेरणादायी सिद्ध होगा / भौतिक भक्ति के युग में पले-पुसे मानवों को प्राध्यात्मिक चिन्तन प्रदान करेगा। -देवेन्द्रमुनि शास्त्री वागरेचा भवन गढसिवाना दि. 5 / 61982 [50] Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org