________________ [विपाकसूत्र 28 125 0 धरिम धाई धिसरा ध्या नक्क नक्खत्त नत्तुई नत्तय नत्तयावई नय नयर निक्कण निक्किट्ठ निक्खमणाभिसेय निगम निगर निच्चे? निच्छूढ निण्हवण नित्थाण निद्धण निप्पाण नियत्थ नियल 35 पञ्चाणुव्व इयं पञ्चामेल पट्टग 43 पडाग पडिजागर 104 पडियाइक्खिय पत्थियपिडग 43 पन्थकोट्ट 43 पन्नगभूम पभू 125 पमाण 42 पम्हल 46 पया 126 परमाउय परसु 72 107 परिणामिया परित्तीका परियारग पसन्ना 42 पसय 108 पह 60 पहकर 72 पहरण पाउब्भय पागार 125 108 परिचत्त WW. 122 0 59 11 28 निरूह निविण्ण नीहरण पाडए नेरइय नेवत्थाई नेह पक्खर पंगुल पच्चत्थिम पच्छ पच्छणा पञ्चपुल पाणागार 105 पायच्छित्त पायण्डुय पायरास पायवडिय पायवीढ 72 पारणय 16 पारदारिय 62 पारिच्छेज्ज 9 or mro Wrowser Yo mous onr WWW ANGHWA Kw cWImxm. 1 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org