________________ 220 221 221 225 m mmm rxxx 243 ती, ir 0 समाधिमरण पुनर्जन्म मल्ली कुमारी का जन्म मोहनगृह का निर्माण राजा प्रतिबुद्धि राजा चन्द्रच्छाय अर्हन्नक की सागरयात्रा ताल पिशाच द्वारा अर्हन्त्रक की परीक्षा राजा रुक्मि काशीराज शंख राजा प्रदीनशत्रु राजा जितशत्र दूतों का संदेशनिवेदन दूतों का अपमान युद्ध की तैयारी युद्ध प्रारंभ कुम्भ की पराजय मिथिला का घेराव मल्ली द्वारा चिन्ता संबंधी प्रश्न चिन्तानिवारण का उपाय राजानों को संबोधन मल्ली कुमारी की दीक्षा वर्षीदान इन्द्रों का प्रागमन-दीक्षोत्सव केवलज्ञान की प्राप्ति मल्ली तीर्थकरी की संघसम्पत्ति सिद्धिप्राप्ति 0 0 ir ar "xx rrrrrrix W W 263 263 W 2 274 नवम अध्ययन : माकंदी सार : संक्षेप उत्क्षेप प्रारम्भ माकंदी पत्रों की सागरयात्रा नौका-भंग रत्नद्वीप रत्नद्वीप-देवी 285 285 287 289 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org