________________ 26] [व्याख्याप्रज्ञप्तिसूत्र सुक्किलए य 4; एवं एए दस दुयासंजोगा, भंगा पुण चत्तालीसं 40 / जति तिवण्णे-सिय कालए य, नोलए य, लोहियए य 1; सिय कालए य, नीलए य, लोहियगा य 2; सिय कालए य, नीलगा य लोहियए य, 3; सिय कालगा य, नीलए य, लोहियए य 4; एए भंगा 4 / एवं काल-नीलहालिद्दएहि भंगा 4; काल-नील-सुविकल० 4; काल-लोहिय-हालिह० 4; काल-लोहिय-सुक्किल. 4; काल-हालिद्द-सुक्किल० 4; नील-लोहिय-हालिहगाणं भंगा 4; नील-लोहिय-सुक्किल० 4; नील-हालिद्द-सुक्किल० 4; लोहिय-हालिद्द-सुक्किलगाणं भंगा 4; एवं एए दस तियगसंजोगा, एक्केक्के संजोए चत्तररि भंगा, सन्वेते चत्तालीसं भंगा 40 / जति चउवण्णे-सिय कालए य, नीलए य, लोहियए य, हालिद्दए य 1; सिय कालए य, नीलए य, लोहियए य, सुक्किलए य 2; सिय कालए य, नीलए य, हालिद्दए य, सुक्किलए य 3; सिय कालए य, लोहियए य, हालिद्दए य, सुक्किलए य 4; सिय नीलए य, लोहियए य, हालिद्दए य, सुषिकलए य; एवमेते चउक्कगसंयोए पंच भंगा। एए सब्वे नउभंगा। ___ जदि एगगंधे--सिय सुन्भिगंधे 1, सिय दुन्भिगंधे 2 / जदि दुगंधे-सिय सुन्भिगंधे य, सिय दुखिभगंधे य। रसा जहा वण्णा। जइ दुफासे—जहेव परमाणुपोग्गले 4 / जइ तिफासे–सम्वे सीते, देसे निद्धे, देसे लुषखे 1; सव्वे लोए, देसे निद्धे, देसा लुक्खा 2; सव्वे सीए, देसा निद्धा, देसे लुक्खे 3; सव्वे सीए, देसा निद्धा देसा लुक्खा 4 / सन्वे उसिणे, देसे निद्धे, देसे लुबखे, एवं भंगा४। सम्वे निद्धे, देसे सीए, देसे उसिणे 4 / सच्चे लुक्खे, देसे सीए, देसे उसिणे 4 / एए तिफासे सोलसभंगा। जति चउफासे-देसे सोए, देसे उसिणे, देसे निद्धे, देसे लुक्खे 1; देसे सीए, देसे उसिणे, देसे निद्धे, देसा लुक्खा 2; देसे सीए, देसे उसिणे, देसा निद्धा, देसे लुक्खे 3; देसे सीए, देसे उसिणे, देसा निद्धा, देसा लुक्खा 4; देसे सोए, देसा उसिणा देसे निद्ध, देसे लुक्खे 5; देसे सीए, देसा उसिणा, देसे निद्धे, देसा लुक्खा 6; देसे सीए, देसा उसिणा, देसा निद्धा, देसे लुक्खे 7; देसे सीए, देसा उसिणा, देसा निद्धा, देसा लुक्खा 8 / देसा सोया, देसे उसिणे, देसे निद्धे, देसे लुक्खे :---एवं एए चउफासे सोलस भंगा भाणियव्वा जाव देसा सीया, देसा उसिणा, देसा निद्धा, देसा लुक्खा। सम्वेते फासेसु छत्तीसं भंगा। [4 प्र.] भगवन् ! चतुष्प्रदेशी स्कन्ध कितने वर्ण वाला होता है, इत्यादि प्रश्न ? [4 उ.] गौतम ! अठारहवें शतक के छठे उद्देशकवत् यावत्-'वह कदाचित् चार स्पर्श वाला है', तक कहना चाहिए / यदि वह एक वर्ण बाला होता है तो कदाचित् काला, यावत् श्वेत होता है। जब दो वर्ण वाला होता है, तो (1) कदाचित् उसका एक अंश काला और एक अंश नीला होता है, (2) कदाचित् एकदेश काला और अनेकदेश नीले होते हैं, (3) कदाचित् अनेकदेश काले और एकदेश नीला होता है, (4) कदाचित अनेक देश काले और अनेक देश नीले होते हैं। (5-8) अथवा Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org