________________ मेद मियवहाए 715 لي و و द्वितीय परिशिष्ट : विशिष्ट शन्दसूची ] [ 249 मित्त 666 मूलाणं 723,724, 731 मित्तदोसत्तिए (मित्रदोष-प्रत्यया) 664, 704 मूलं 713, 731 मूसगाणं मित्तहे मेतज्जे 845 मिय 698,713 मियचक्क (मृगचक्र) 708 मेधा (हा) वी 636-641, 643, 664, 785 मियपणिहाणे .668 मेहाविणो 801 668 मेहुण 256 मियवित्तिए (मृगवित्तिक) 668 मेहुणवत्तिए 732 मिलक्खु (म्लेच्छ) 732, 813 मोक्खं 768,717 मिस्सगस्स मोत्तिय 668, 710, 713 मीसगस्स मोरका मियसंकप्पे मोसवत्तिए 664, 700 मुइंगपडुप्पवाइतरवेणं मोहणकरं मुएण 682 मंगल मुक्कतोया 714 मंगुसाणं 736 मुग्ग मंडलिबंध 717 मुगुदग (मुकुन्दक) मंदरो मुच्छिया 650, 713, 823 मुजानो (मुजा) मंसाए मंसानो 650, 653 मुट्ठीण 676, 704, 753 मंसवुट्ठि मुडणाणं 716 रएणं 824 मुडभावे 714 रण्णो 746 मुंडा 846, 853,856, 857, 865 रात मुणी 663, 828 रत्त मुत्तिमांग 854 रयण मुत्त 663 रस 668, 683,713, 8 824 मुद्धाभिसित्ते रसभोई मुदिए रसमंत मुसावाद 856 रसविहीरो (विगईओ) 732 700 रह मुहुत्तगं 736 राईणं 688 मूलजोणियाणं 731 राम्रो 746 मूलत्ताए 723-725 रागदोसत्ता मूलबीया 722 रातो 750, 751 له م له و 713 मंस و मुजो 650 o WM 15 99 or ur Or,, arrrrrr 15 मुस 713 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org