________________ 512 सूत्रकृतांग सूत्र - प्रथम श्रुतस्कन्ध मूलसुत्ताणि सम्पादक : पं० मुनिश्री कन्हैयालाल जी 'कमल' प्रकाशक : शान्तिलाल बी० शेठ, गुरुकुल प्रिंटिंग प्रेस, ब्यावर (राज.) सूत्रकृतांगसूत्र (मूल-अर्थ-भावार्थ-व्याख्या सहित) भाग 1-2 व्याख्याकार :पं. मुनिश्री हेमचन्द्रजी महाराज सम्पादक: अमर मुनि तथा मुनि नेमिचन्द्र जी प्रकाशक : आत्मज्ञानपीठ, मानसा मन्डी (पंजाब) श्रीसत्रकृतांगम चार खण्ड (मूल-अन्वयार्थ-भावार्थ-टीकानुवाद सहित) (श्री शीलांकाचार्य रचित वृत्ति) सम्पादक : पं. अम्बिकादत्त ओझा, व्याकरणाचार्य प्रकाशक : श्री महावीर जैन ज्ञानोदय सोसाइटी, राजकोट (गुजरात) सूत्रकृतांग (मूल, अर्थ, टीका, अनुवाद गुज० हिन्दी-सहित) भाग 1 से 4 टीकाकार : जैनाचार्य पूज्यश्री घासीलाल जी महाराज अनुवादक : पं० मुनि श्री कन्हैयालाल जी महाराज प्रकाशक : अ० भा० श्वे स्था० जैन शास्त्रोद्धार समिति, राजकोट (गुजरात) सूयगडंगसुत्तं (मूल-टिप्पण परिशिष्टयुक्त) सम्पादक : मुनिश्री जम्बूविजयजी प्रकाशक : महावीर जैन विद्यालय, अगस्त क्रांति मार्ग, बम्बई 400036 भगवती सूत्र भाग 1 से 4 तक (अनगार धर्मामृतर्षिणी व्याख्या सहित) व्याख्याकार : जैनाचार्य पूज्य श्री घासीलाल जी महाराज नियोजक : पं० मुनि श्री कन्हैया लाल जी महाराज प्रकाशक : जैन शास्त्रोद्धार समिति, राजकोट (गुजरात) व्याख्या ग्रन्थ तत्त्वार्यसूत्र सर्वार्थसिद्धि व्याख्याकार : आचार्य पूज्यपाद हिन्दी अनुवाद : पं. फूल यन्द्र सिद्धान्त शास्त्री प्रकाशक : भारतीय ज्ञानपीठ, दुर्गाकुण्ड मार्ग, वाराणसी तत्त्वार्थसूत्र (आचार्य उमास्वातिकृत स्वोपज्ञ भाष्यसहित) सम्पादक : व्याकरणाचार्य पं. ठाकुर प्रसाद शर्मा प्रकाशक : परमश्रुत प्रभावक मण्डल, बम्बई Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org