________________ 464 सूत्रकृतांग सूत्र--प्रथम श्रुतस्कन्ध विशिष्ट शब्द सूत्राङ्क विशिष्ट शब्द सूत्राङ्क 285 246 171. 204, 205 385, 308, 366, 606, 610 551, 566 357, 366 306, 330, 331, 342, 362 510, 532 276 124, 126, 585 166, 167, 168, 278 278 भज्जा (भार्या) 441 भिलिजाए भत्तपाण 86 भिसं (भृशम्) भत्तं (भक्त) 261 भीरु भय . 11, 127, 206, 267, 361, भूत 464 भूताभिसंका भयणं 447 भूतिपण्ण (न्न) भयभिन्नसण्णा 305 भूमि भयाउल (भयाकुल) 160 भूमिवर भयावह 577 भूय भयंतारो (भदन्त) 270, 637 भूरिवण्ण भवगहणं 548 भेद भाया 441 भेरव भार 325, 406 भोग भारवहा 263 भोगकामी भारिया 107, 16 भोम भाव 16, 537, 576 भोयणं भावणाजोगसुद्धप्पा 611 मइम भावविसोहि 54 मए भासादुगं 601 मग्ग भासादोस भिक्खाचरिया-अकोविय 167 मग्गसार भिक्खुचज्जा (भिक्षुचर्या) 201 मग्गुका (मद्गुक) भिक्खुभाव 166 मग्गू भिक्खू 77, 78, 88,65, 105, 122, मच्चिया (मर्त्य) 126, 126, 143, 156, 162 मच्छ 172, 176, 182, 164, 166, मच्छेसण 210, 211, 214, 218, 223 मज्ज इत्यादि मज्झत्थ भिदुग्गा 347 मज्झिम भिदुग्गं 307, 347 मज्झे भिन्नकहा 253 मणसा भिन्नदेहा 340, 345 भिन्नत्तमंग 314 473, 463, 505 280 427 217, 230, 467, 468, 466, 525, 546, 561, 616, 631 500 523 365 412 61, 63, 166, 177, 312, 365 523 111, 112, 131, 363 87 53, 56, 110, 270, 268, 416, 427, 430, 445, Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org