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ॐ अर्ह
जिनागम-ग्रन्थमाला : ग्रन्थाङ्क ४
[परमश्रद्धेय गुरुदेव पूज्य श्री जोरावरमलजी महाराज की पुण्य-स्मृति में आयोजित]
पंचम गणधर भगवत्सुधर्म-स्वामि-प्रणीत षष्ठ अंग
ज्ञाताधर्मकथांग सूत्र
[ मूलपाठ, हिन्दी अनुवाद, विवेचन, परिशिष्ट युक्त ]
प्रेरणा 0 (स्व.) उपप्रवर्तक शासनसेवी स्वामी श्री ब्रजलालजी महाराज
आद्यसंयोजक तथा प्रधान सम्पादक । '(स्व.) युवाचार्य श्री मिश्रीमलजी महाराज 'मधुकर'
सम्पादक । (स्व.) मुनि श्री कन्हैयालालजी 'कमल'
मुख्य सम्पादक (स्व.) पं. शोभाचन्द्र भारिल्ल
प्रकाशक'0
श्री आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर (राजस्थान)