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८ : पीयूष घट
कालान्तर में राजकुमारी मल्ली प्रवजित हो गई, तो राजाओं ने भी दीक्षा अंगीकार करके मल्ली के पथ का ही अनु. गमन किया। मल्ली नारी थी, परन्त उसने मनुष्य समाज के समुत्कर्ष के लिए जो किया, वह आज भी पवित्र और स्मरणीय है। और अन्त में वह अपनी साधना से तीर्थङ्कर बनी।
-ज्ञाता० अ० ६.
उसने वात्सल्य को जन-जन में खोजा !
माता का पुत्र पर सहज स्नेह होता है। वह स्वयं क्लेश उठा सकती है, परन्तु पुत्र को सुख देने के लिए वह प्रत्येक प्रयत्न करने को तैयार है। पुत्र का अमंगल माता सह नहीं सकती।
राजगृह में राजा श्रेणिक राज्य करता था। रानी काली, सुन्दरी, रूपवती और वृद्धिमतो थी। श्रेणिक को वह रानी सर्व प्रकार से प्रिया थी, इष्टा और वल्लभा थी। कालीकुमार इसी का पुत्र था, जो सुन्दर और सुकोमल था। काली रानी को वह प्राणों से भी अधिक प्रिय था।
___ राजा श्रेणिक के बाद कोणिक ने अपनी राजधानी चम्पा को बनाया था रानी काली और कालीकुमार भी चम्पा नगरी में रहने लगे। मगध और अंग दोनों पर श्रेणिक का राज्य था। श्रोणिक ने अपने जीवन काल में ही मगध और अंग के ग्यारह
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