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पुस्तक : अस्तेय-दर्शन
प्रवचनकार: राष्ट्र-संत उपाध्याय अमर मुनि
सम्पादक: शास्त्री विजय मुनि, साहित्यरत्न
विषय : स्तेय-वृत्ति अर्थात् चोरी
संस्करण : द्वितीय, ३० सितम्बर, १९९४
मूल्य : बीस रुपये मात्र
प्रकाशक : सन्मति - ज्ञान-पीठ, आगरा
मुद्रक: प्रेमचन्द जैन द्वारा प्रेम इलैक्ट्रिक प्रेस, १/११, साहित्य कुंज, महात्मा गाँधी मार्ग, आगरा-२ में मुद्रित
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