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क्रम
३८००
८.
४००
१००
(૪૫ આગમ મૂળ તથા વિવરણનું શ્લોક પ્રમાણદર્શક કોષ્ટક) आगमसूत्रनाम मूल | वृत्ति-कर्ता
वृत्ति श्लोक प्रमाण
श्लोकप्रमाण | १. आचार २५५४ शीलाङ्काचार्य
१२००० २. सूत्रकृत २१०० शीलाङ्काचार्य
१२८५० ३. स्थान ३७०० अभदेवसूरि
१४२५० ४. समवाय १६६७ | अभयदेवसूरि
३५७५ ५. भगवती १५७५१ अभयदेवसूरि
१८६१६ ६. ज्ञाताधर्मकथा ५४५० अभयदेवसूरि ७. उपासकदशा ८१२ | अभयदेवसूरि
८०० अन्तद्दशा
९०० | अभयदेवसूरि अनुत्तरोपपातिकदशा १९२ | अभयदेवसूरि |१०. प्रश्नव्याकरण १३०० अभयदेवसूरि
५६३० ११. विपाकश्रुत १२५० अभयदेवसूरि
९०० १२. औपपातिक | ११६७ | अभयदेवसूरि
३१२५ १३. | राजप्रश्निय २१२० | मलयगिरिसूरि
३७०० |१४. जीवाजीवाभिगम ४७०० | मलयगिरिसूरि
१४००० १५. प्रज्ञापना ७७८७ | मलयगिरिसूरि
१६००० |१६. सूर्यप्रज्ञप्ति
२२९६ | मलयगिरिसूरि १७. चन्द्रप्रज्ञप्ति २३०० मलयगिरिसूरि
९१०० १८. जम्बूद्वीपप्रज्ञप्ति ४४५४ शान्तिचन्द्रउपाध्याय
१८००० १९थी निरयावलिका ११०० चन्द्रसूरि
६०० २३. (पञ्च उपाङ्ग) २४. चतुःशरण ८० |विजयविमलयगणि
1(?) २०० २५. आतुर प्रत्याख्यान १०० गुणरत्नसूरि (अवचूरि)
(?) १५० २६. |महाप्रत्याख्यान
१७६ आनन्दसागरसूरि (संस्कृतछाया) १७६ २७. भक्तपरिज्ञा
२१५ | आनन्दसागरसूरि (संस्कृतछाया) २१५ २८. तन्दुल वैचारिक ५०० विजयविमलगणि
[(?) ५०० २९. | संस्तारक १५५ गुणरत्न सूरि (अवचूरि)
११० ३०. गच्छाचार १७५ | विजयविमलगणि
१५६० ३१. गणिविद्या
१०५ | आनन्दसागरसूरि (संस्कृतछाया) १०५
९०००
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