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कुंदकुंद - विरइओ
13) अधिवासे व विवासे छेदविहूणो भवीय सामण्णे । समणो विहरदु णिचं परिहरमाणो णिबंधाणि ॥ १३ ॥ 14 ) चरदि णिबद्धो णिचं समणो णाणम्मि दंसणमुहम्मि | पदो मूलगुणेसु य जो सो पडिपुण्णसामण्णो ॥ १४ ॥ 15) भत्ते वा खमणे वा आवसधे वा पुणो विहारे वा ।
उवधिहि वा णिबद्धं णेच्छदि समणम्हि विकधम्हि ॥ १५ ॥ 16) अपयत्ता वा चरिया सयणासणठाणचंकमादीसु ।
समणस्स सव्वकाले हिंसा सा संतत्तिय त्ति मदा ॥ १६ ॥ 17 ) मरदु व जियदु व जीवो अयदाचारस्स णिच्छिदा हिंसा । पयदस्स णत्थि बंधी हिंसामेत्तेण समिदस्स || १७ ॥ 17 * 1) उच्चालियम्हि पाए इरियासमिदस्स णिग्गमत्थाए ।
आबाज कुलिंगं मरिज्ज तं जोगमासेज्ज ।। १७*१॥ 17 * 2) ण हि तस्स तणिमित्तो बंधो सुहुमो य देसिदो समये ।
मुच्छा परिग्गहो चि अज्झप्पपमाणदो दिट्ठो ॥ १७२ ॥ जुम्मं । 18 ) अयदाचारो समणो छस्सु वि कायेसु वधकरो त्ति मदो ।
चरदि जदं जदि णिचं कमलं व जले णिरुवलेवो ॥ १८ ॥ 19 ) हवदि व ण हवदि बंधो मदम्हि जीवेऽध कायचे म्हि | बंधुवमुवधीदो इदि समणा छड्डिया सव्वं ॥ १९ ॥ 20) ण हि णिरवेक्खो चागो ण हवदि भिक्खुस्स आसयविसुद्धी । अविद्धस्स य चित्ते कहं णु कम्मक्खओ विहिओ ॥ २० ॥ 20*3) गेहदि व चेलखंड भायणमत्थि त्ति भणिदमिह सुत्ते ।
जदि सो चत्तालंबो हवदि कहं वा अणारंभो ॥ २०३ ॥ 20*4) वत्थक्खंड दुद्दियभायणमण्णं च गेण्हदि णियदं ।
विज्जदि पाणारंभी विक्खेवो तस्स चित्तम्मि || २०*४॥
13) cx विहीणो. 14) P पडिवण्ण for पडिपुण्ण. 15) CP खवणे, AP उवधिम्मि, CK आवसहे वा
( 3 ) णो. 16 ) A सव्वकालं, c सातत्तिय 17) AP जीवदु, AP समिदीसु for समिदस्स. 1701) C पाये, C निगमद्वाणे, c मरेज. 18) ACP बंधगो ति for वधकरो ति. 19 ) AP मदेहि for मदम्हि 4 सबणा for समणा, ACK छड्डिया 20 ) AP चाओ, C हवइ K विसोही, CK हि for य, CK तु for णु. 20*3) c गेव्हइ, C जइ. 2004) P वत्थखंडणं ८ गिण्हदे, K गेव्हदे. C विज्जइ.
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