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________________ ७555555555555555555555555555555555555555555555555secror DOG5555555555555555 मातरम (1) 15555555555553Here होज्जा १ । अहवा एगे रयणप्पभाए, पंच वालुयप्पभाए वा होज्जा २ । जाव अहवा एगे रयणप्पभाए, पंच अहेसत्तमाए होज्जा ६ । अहवा दो रयणप्पभाए, चत्तारि सक्करप्पभाए होज्जा १-७ । जाव अहवा दो रयणप्पभाए, चत्तारि अहेसप्तमाए होज्जा ६-१२। अहवा तिण्णि रयणप्पभाए, तिण्णि सक्करप्पभाए १-१३ । एवं एएणं कमेणं जहा पंचाहं यासंजोगो तहा छण्ह वि भाणियब्वो, नवरं एको अब्भहिओ संचारेयब्यो जाब अहबा पंच तमाए एगे अहेसनमाए होज्जा १०५ । अहवा एगे रयणप्पभाए, एगे सक्करप्पभाए, चत्तारिवालुयप्पभाए होज्जा १ । अहवा एगे रयणप्पभाए, एगे सक्करप्पभाए, चत्तारि पंकप्पभाए होज्जा २ । एवं जाव अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए चत्तारि अहेसत्तमाए होज्जा ५ । अहंवा एगे रयणप्पभाए. दो सक्करप्पभाए. तिण्णि वालुयप्पभाए होज्जा ६ । एवं एएणं कमेणं जहा पंचण्हं तियासंजोगो भणिओ तहा छण्ह वि भाणियव्वो, नवरं एक्लो अब्भहिओ उच्चारेयब्यो, असं तं चेव । ३५० । चउक्कसंजोगो वि तहेव ।३५० । पंचगसंजोगो वि तहेव, नवरं एक्को अब्भहिओ संचारेयब्वो जाव पच्छिमो भंगो - अहवा दो वालुयप्पभाए, एगे पंकप्पभाए. एगे धूमप्पभाए, एगे तमाए, एगे अहेसत्तमाए होज्जा ।१०५ । अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए जाव एगे तमाए होज्जा १. अहवा एगे रयणप्पभाए जाव एगे धूमप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा २. अहवा एगे रयणप्पभाए जाव एगे पंकप्पभाए एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा ३, अहवा एगे रयणप्पभाए जाव एगे वालुयप्पभाए एगे धूमप्पभाए जाव एगे अहेसत्तमाए होज्जा ४. अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे पंकप्पभाए जाव एगे अहेसनमाए होज्जा ५, अहवा एगे रयणप्पभाए एगे वालुयप्पभाए जाव एगे अहेसत्तमाए होज्जा ६, अहवा एगे सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए जाव एगे अहेसत्तमाए होज्जा ७।९२४ । २२. सत्त भंते ! नेरइया नेरइयपवेसणए णं पविसमाणा० पुच्छा। गंगेया ! रयणप्पभाए वा होजा जाव अहेसत्तमाए वा होज्जा ७ । अहवा एगे रयणप्पभाए, छ सक्करप्पभाए होज्जा। एवं एएणं कमेणं जहा छण्हं दुयासंजोगो तहा सत्तण्ह विभाणियव्वं नवरं एगो अब्भहिओ संचारिज्जइ । सेसं तं चेव । तियासंजोगो, चउक्कसंजोगो. पंचसंजोगो, छक्कसंजोगो य छण्हं जहा तहा सत्तण्ह वि भाणियव्वो. नवरं एक्केको अब्भहिओ संचारेयव्वो जाव छक्कगसंजोगो। अहवा दो सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए जाव एगे अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए जाव एगे अहेसत्तमाए होज्जा १ । १७१६ । २३. अट्ठ भंते ! नेरइया नेरइयपवेसणए णं पविसमाणा० पुच्छा। गंगेया ! रयणप्पभाए वा होज्जा जाव अहेसत्तमाए वा होज्जा ७। अहवा १+७ एगे रयणप्पभाए सत्त सक्करप्पभाए होज्जा १ । एवं दुयासंजोगो जाव छक्कसंजोगो य जहा सत्तण्हं भणिओ तहा अट्ठण्ह विभाणियब्वो, नवरं एक्केको अब्भहिओ संचारेयव्वो। सेसं तं चेव जाव छक्कसंजोगस्स । अहवा ३+१+१+१+१+१ तिण्णि सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए जाव एगे अहेसत्तमाए होज्जा, अहवा एगे रयणप्पभाए जाव एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा, एवं संचारेयव्वं जाव अहवा दो रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए जाव एगे अहेसत्तमाए होज्जा । ३००३। २४. नव भंते ! नेरइया नेरइयपवेसणए णं पविसमाणा० पुच्छा । गंगेया ! रयणप्पभाए वा होज्जा जाव अहेसत्तमाए वा होज्जा ७ । अहवा १-८ एगे रयणप्पभाए अट्ठ सक्करप्पभाए होज्जा । एवं दुयासंजोगो जाव सत्तगसंजोगो य । जहा अट्ठण्हं भणियं तहा नवण्हं पि भाणियव्वं, नवरं एक्केको अब्भहिओ संचारेयव्वो, सेसं तं चेव । पच्छिमो आलावगो -अहवा तिण्णि रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए जाव एगे अहेसत्तमाए वा होज्जा। ५००५।२५. दस भंते! नेरझ्या नेरइयपवेसणए णं पविसमाणा० पुच्छा । गंगेया ! रयणप्पभाए होज्जा जाव अहेसत्तमाएवा वा होज्जा ७ । अहवा १+९ एगे रयणप्पभाए, नव सक्करप्पभाए होज्जा एवं दुयासंजोगो जाव सत्तसंजोगो य जहा नवण्हं, नवरं एक्केको अब्भहिओ संचारेयव्यो । सेसं तं चेव । अपच्छिमआलावगो-अहवा ४+१+१+१+१+१+१, चत्तारि रयणप्पभाए, एगे सक्करप्पभाए जाव एगे अहेसत्तमाए होज्जा। ८००८।२६. संखेज्जा भंते ! नेरइया नेरइयप्पवेसणए णं पविसमाणा० पुच्छा। गंगेया । रयणप्पभाए वा होज्जा जाव अहेसत्तमाए वा होज्जा ७ । अहवा एगे रयणप्पभाए, संखेज्ना सक्करप्पभाए होज्जा, एवं जाव अहवा एगे रयणप्पभाए, संखेज्जा अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा दो रयणप्पभाए, संखेज्जा अहेसत्तमाए होजा । अहवा तिणि रयणप्पभाष, संग्वेज्ना सक्करप्पभाए होना । एवं एएणं कमेणं एक्वेको संचारेयव्वो जाव अहवा दस रयणप्पभाए, संखेज्जा सकरप्पभाए होज्जा, एवं जाव अहवा दस रयणप्पभाए, संखेज्जा अहेरसत्तमाप होना। अहवा सखेज्जा रयणप्पभाए, संखेज्जा सक्करप्पभाए Mer5555555555555555555555555 श्री आगमगुणमंजूषा - ३४५ ॥555555555555555555555555 reO5555555555555555555555555555555555555555555555555619
SR No.003255
Book TitleAgam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapti Sutra Shwetambar Agam Guna Manjusha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGunsagarsuri
PublisherJina Goyam Guna Sarvoday Trust Mumbai
Publication Year1999
Total Pages394
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_bhagwati
File Size35 MB
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