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(२८)
वालचन
देवेन्द्र सूरि गुणवल्लभ अजितदेव हरिभद्र पूर्णभद्र विजयपाल वर्षमान सूरि जयसिंह सूरि
काव्य वसतावलास काव्य औपवेशिक उपदेश कंदली पर टीका १२७८
विवेक मंजरी पर टीका, नाटक करुणाबच्चायुध नाटक चरित्र चन्द्रप्रभचरित्र १२६४ व्याकरण व्याकरण चतुष्कावनिर(१२७२)
योग योगविद्या चरित्र मुनिपति चरित्र १२७३ हया-चरित्र दश उपासक कया १२७५
द्रौपदी स्वयंवर नाटक चरित्र वासुपूज्य चरित्र १२२९ काव्य वस्तुपाल तेजपाल प्रशस्तिकाव्य नाटक हम्मीरमदमदन नाटक( १२७६
८६) काव्य सुकृतकल्लोलिनी (प्रशस्ति
काव्य) चरित्र धर्माभ्युदय महाकाव्य (संघाधि
पतिचरित्र) नेमिनाथ चरित्र ज्योतिष आरम्भसिद्धि कर्मशास्त्र षडशिति और कर्मस्तव पर
टिप्पन उपदेशमाला (धर्मदास) वाणिका
टोका (१२९९) चरित्र पार्श्वनाथ चरित्र १२७६
शांतिनाथ चरित्र काव्य काव्य प्रकाश संकेत (काव्य
प्रकाशकी टीका (१२७६) चरित्र पांडव चरित्र, मृगावती चरित्र,
काकुत्स्थ केलि
( २९ ) नरचंद्र सूरि (देवप्रभ के शि०) व्याकरण प्राकृतदाापका प्रबाष
कथा कथारत्न सागर
अनर्घराघव (मुरारिकृत) टिप्पन दार्शनिक न्यायकंदली (श्रीधर) टीका ज्योतिष ज्योतिःसार (नारचंद्र ज्योति:
सार)
चतुर्विशति जिन स्तुति नरेन्द्रप्रभ
अलंकार अलंकारमहोदधि अभयदेव सूरि (द्वितीय) काव्य
जयंत विजय काव्य (१२७८) श्रीप्रभ सूरि
व्याकरण कारक समुच्चय (हमचंद्र) वृत्ति
(१२८०) लक्ष्मीधर
कथा तिलकमंजरौ कथासार पूर्णभद्र गणि
चरित्र अतिमुक्तक चरित्र १२८२ , धन्य शालीभद्र चरित्र १२८५
" . कृतपुण्य चरित्र १३०५ बप्पट्टि
अलंकार काव्यशिक्षा विनयचंद (बप्पभट्टि के शिष्य) चरित्र मल्लिनाथ चरित्र
पार्श्वनाथ चरित्रादि २० प्रबंध
कविशिक्षा (?) १२८५ सर्वदेव
स्वप्न स्वप्नसप्ततिका वृत्ति महेन्द्र सूरि (धर्मघोष के पट्ट शि०) शतपदी (धर्मघोष) विस्तार
१२९४ स्तोत्र तीर्थमाला स्तोत्र सटीक प्रा०
जीरावल्ली पार्श्व स्तोत्र भुवनतुंग सूरि
आगमिक चतुःशरणवचूरि पद्मप्रभ सूरि
चरित्र : मुनिसुव्रत चरित्र, कुंथुचरित्र,
पार्श्वस्तव भुवनदीपक १२९४ सुमतिगणि (जिनपति सरि के
गणधरसार्धशती (जिनदल) शिष्य)
बृहद्वृत्ति १२९४
उदयप्रभ सूरि
उपदेश
माणिक्यचंद्र सूरि
देवप्रभ सूरि
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