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आराधना
(सामायिक - चैत्यवंदन-सूत्र व अर्थ-प्रकाश)
: अर्थ-लेखक : वर्धमान तपोनिधि पूज्य आचार्य श्री विजयभुवनभानुसूरीश्वरजी महाराज
प्रकाशक - दिव्य दर्शन ट्रस्ट
कुमारपाल वि. शाह ३९, कलिकुंड सोसायटी,
धोलका जिला-अहमदाबाद (गुजरात) Pin : 387810
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