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|| पाणिवहं घोरं।।
अपने सौंदर्य के साधनों के लिये
मूक प्राणियों का उपयोग हो रहा हैं।
हमे इस जीव हिंसा के पाप से बचना होगा।
Dive and bei Dil
शेम्पू के बदले अहिंसक पदार्थ,
टूथपेस्ट की जगह आयुर्वेदिक दंतमंजन,
चमडे, हाथी दांत, कलर मोती, सिल्क
इत्यादि वस्तुओं का उपयोग बंध करना।
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