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सेयंबरो व आसंबरो वा बुद्धो अहव अन्नो वा। समभावभाविअप्पा लहेइ मुक्खं न संदेहो।। - संबोधसित्तरीः २
मगर...
- आचार्य रत्नशेखरसूरिजी
श्वेतांबर हो या दिगंबर हो, बुद्ध हो या अन्य कोई मतवादी हो,
.. जो समभाव से भावित आत्मा होगी, वह मोक्ष प्राप्त करेगी. उसमें कोई शंका नहीं.
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