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प्रकाशक: जैन विश्व भारती लाडनूं-३४१ ३०६ (राज.)
© जैन विश्व भारती, लाडनूं
अर्थ सौजन्य : केसिंगा निवासी (खापड़ प्रवासी) स्वर्गीय
श्री दिलबागरायजी जैन एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती रामवती जैन की पुण्य स्मृति में उनके पुत्रों संतोषकुमार जैन एवं राजेशकुमार जैन द्वारा प्रदत्त।
प्रथम संस्करण : २००६
मूल्य : १००/- (एक सौ रुपये मात्र)
टाईप सेटिंग : सर्वोत्तम प्रिंट एण्ड आर्ट
मुद्रक : कला-भारती, नवीन शाहदरा,
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