________________
हे शारदे माँ सुप्रसिद्ध गायकः अनूप जलोटाजी
हे शारदे माँ, हे शारदे माँ अज्ञानता से हमें तार दे माँ
तू स्वर की देवी ये संगीत तुझसे हर शब्द तेरा है हर गीत तुझसे
हम है अकेले हम है अधूरे तेरी शरण हम हमें प्यार दे माँ
हे शारदे माँ, हे शारदे माँ
मुनियों ने समझी गुनियों ने जानी
वेदों की भाषा पुराणों की बानी हम भी तो समझें हम भी तो जानें विद्या का हमको अधिकार दे माँ __ हे शारदे माँ, हे शारदे माँ
तू श्वेतवर्णी कमल पे विराजे हाथों में वीणा मुकुट सर पे साजे
मन से हमारे मिटाके अँधेरे हमको उजालों का संसार दे माँ
हे शारदे माँ, हे शारदे माँ
73
Jain Education Intemational
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org