________________
Romanp
Road
सूरीश्वर और सम्राट्। " अरजी (वाजिब ) बनाई यह है किजाय"
"मौजा महम्मदपुरसे इस (चंदूसंघवी) को माफी दी जाय ।"
(नराबर पढ़ी नहीं माती) यह नकल मुतानिक असलके है।
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org