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आदर्श भावना
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अध्ययन करने पर ही न्याय शास्त्र का अध्ययन पूर्ण समझा जायेगा।
नौका नदी के किनारे जाकर खड़ी हो गई। दोनों नौका से उतर पड़े। दोनों के मुख कमल खिले हुए थे। दोनों को आत्म-सन्तोष था।
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