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श्रीयुत लालचंद खुशालचंद (बालापुर ) तर्फसे गुरुभक्तिनिमित्ते
मातत्यामामानिधि जैनाचार्य श्री श्री श्रीमहिजामानन्द सूरि आत्मारामजी) मदनराज
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प्रगटकना जनजात्मानसमा
योगा भोगानुगामी द्विज भजन जनि शारदारक्ति रक्तो, दिग्जेता जेतृजेतामतिनुतिगतिभिः पूजितो जिष्णुजिकैः । जीयाद्दायादयात्री खलबलदलनो लोललीलस्वलज्जः | केदारौदास्यदारी विमल मधुमदोद्दामधाम प्रमत्तः ॥
Lakshmi Art, Bombay, 8.
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