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________________ २२२ श्रीविजयानंदसूरिकृत [८ बन्धएवं मानचतुष्क एवं माया ४, एवं लोभ ४. इतना विशेष-आपणे अपणे चतुष्क करी जानना. लोभ दशमे ताई है सोइ नवमे गुणस्थानकी ६३ माहिथी वेद तीनकी विच्छित्ति कर्या ६० रही. अपणी बुद्धिसें विचार लेना. अथ मति-अज्ञान, श्रुत-अज्ञान रचना गुणस्थान २ आदिके उदयप्रकृति ११७ पहिले, १११ दूजे, समुच्चयवत्. अथ विभंगज्ञान रचना गुणस्थान २ आदिके उदयप्रकृति १०६ अस्ति. एकेंद्री १, आतप १, विकलत्रय ३, थावरचतुष्क ४, आनुपूर्वी मनुष्य की १, तिर्यचकी १, मिश्रमोहक १, सम्यक्खमोह० १, आहारकद्विक २, तीर्थकर १; एवं १६ नास्ति. मिथ्यात्व १, नरकानुपूर्वी १ विच्छित्ति २ सा १०४ ० ० ० अथ ज्ञानत्रय रचना गुणस्थान ९ अविरतिसम्यग्दृष्टि आदि; उदयप्रकृति १०६ है. मिथ्यात्र १, आतप १, सूक्ष्मत्रिक ३, अनंता० ४, एकेंद्री १, थावर १, विकलत्रय ३, मिश्रमोह० १, तीर्थकर १; एवं १६ नास्ति. - आहारकद्विक २ उतारे. अप्रत्या० ४, वैक्रिय-अष्टक ८, मनुष्यानुपूर्वी १, तिर्यंचा. १० नपूर्वी १, दुर्भग १, अनादेय १, अयश १ विच्छित्ति आगे सर्वत्र समुच्चयगुणस्थानवत्. मनःपर्याय छडेसे लेकर पूर्वोक्तवत्. केवलज्ञान १३॥१४ मे वत्. सामायिक, छेदोपस्थापनीय छटेसे नवमे लग समुच्चयवत्. ___अथ परिहारविशुद्धि रचना गुणस्थान २-प्रमत्त, अप्रमत्त; उदयप्रकृति ७८ है. पूर्वोक्त छढेकी ८१; तिण मध्ये स्त्रीवेद १, आहारकद्विक २; एवं ३ नही. सातमे थीणत्रिक नही ७५. सूक्ष्मसंपराय दशमे वत्. यथाख्यातमे ११।१२।१३।१४ मे गुणस्थानवत् जान लेनी. देशविरते ८७. अथ असंयम प्रथम चार गुणस्थानवत्. अथ चक्षुर्दर्शन रचना गुणस्थान १२ आदिके उदयप्रकृति १०९ है. तीर्थकर १, साधारण १, आतप १, एकेंद्री १, थावर १, सूक्ष्म १, बेंद्री १, तेंद्री १ आनुपूर्वी ४, अपर्याप्त १; एवं १३ नही. १ मि १०५ मिश्रमोह०१, सम्यक्त्वमोह० १, आहारकद्विक २, एवं ४ उतारे.मिथ्यात्व १ विच्छित्ति २ सा १०४ अनंतानुबंधि ४, चौरिंद्री १; एवं ५ विच्छित्ति ३ मि १०० ___मिश्रमोह० १ मिली. मिश्रमोह० १ विच्छित्ति सम्यक्त्वमोह० १ मिली आगे समुच्चयगुणस्थानवत. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003176
Book TitleNavtattvasangraha tatha Updeshbavni
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAtmaramji Maharaj, Hiralal R Kapadia
PublisherHiralal R Kapadia
Publication Year1931
Total Pages292
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size20 MB
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