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श्रीविजयानंदसूरिकृत
[७ निर्जराअथ (१२२) व्यंतर २८ का यंत्र तिर्यग लोके चिंतवे व्यंतरनाम | पिशाच , भूत | यक्ष | राक्षस | किन्नर | कपुर महोरग गान्धर्व नगरसंख्या असंख्य
नगरपरिमाण
जंबूद्वीप
मध्यम
विदेह
ए
जघन्य
भरतक्षेत्र कलंब
चिह्न
सुलस
वङ वृक्ष
षडग
अशोक
चंपग
नाग
तुंबर
-
वर्ण
श्याम
श्याम
श्याम
धवल
नील
धवल श्याम श्याम
काल ।
सरूप
पूर्णभद्र
भीम
किन्नर सत्पुरुष
अति
गीतरति काय
महाकाल प्रतिरूप | मणिभद्र | महाभीम किंपुरुष | (रुष)
महाकाय
गीतयश
सामानिक ४०००
आत्मरक्षक १६,०००
444
अनीक
NNNN
अग्रमहिषी
परिषद्
महा
व्यंतर लघु
पणपन्नी
इसिवाइ
भूयवाइ
कंदिय
कुहुंड पयगदेव
कंदिय
संनिहिय
धाइ
| इसि | ईसरप | सुवत्स
हास्य | श्वेत | पयंग
११
समाणि | विधाइ | इसिपाल
हास्यमहेष सुविशाल | रति
पयगे
१२
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