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श्री गौतम स्वामी जाप विधी १) तीन नवकार २) वज्रपंजर स्तोत्र ३) ॐ नमो जिणाणं सरणाणं मंगलाणं लोगुत्तमाणं हा ही हूँ हैं . -ह: असिआउसा त्रैलोक्यललामभूताय क्षुद्रोपद्रवशमनाय अर्हते
नमः स्वाहा (तीन बार) ४) सर्वारिष्टप्रणाशाय सर्वाभीष्टार्थदायिने सर्वलब्धिनिघानाय श्री
गौतमस्वामिने नमः ५) वाणी-तिहुअण सामिणी-सिरिदेवी जक्खराय गणिपिडगा। गह
दीसिपाल सुरिंदा सयावि रक्खंतु जिणभत्ते ॥ ६) ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं सरस्वतीदेवी - त्रिभुवनस्वामीमीनीदेवी
लक्ष्मीदेवी संपूतिजाय श्री गौतमस्वामिने नमः (७ बार) ७) अनन्तलब्धिनिधानाय श्री गौतमस्वामिने नमः ८) ॐ नमो भगवओ गोयमस्स सिद्धस्स बुद्धस्स अक्खीण महाणसस्स
ही अवतर अवतर अक्खीण महाणसी स्वाहा। ९) अक्खीणमहाणसिलद्धि संजुओ जयइ गोयमो भयवं ।
जस्स पसाओण अज्जवि सुसाहुणो सुत्थिया भरहे ॥ १०) ॐ हीं अरिहंत उवज्झाय श्री गौतमस्वामिने नमः
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