________________
< प्रकाशकीय >>
श्री चंद्रप्रभस्वामिनेनमः ॐ नमो नमो श्री गुरु भुवनभानुसूरये * * श्री चंद्रप्रभ स्वामि की शीतल - शांत छाया में अंधेरी मध्ये वि. सं. २०५७ के चातुर्मास में तपस्वीरत्न पूज्य पंन्यास श्री जयसोम वि.म. एवं प्रवचनकार पूज्य मुनिराज श्री हर्षबोधि वि.म. तथा पू.मुनि श्री आदित्यसोम वि. म. एवं पू. साध्वीजी श्री नंदीवर्धना श्रीजी म. आदि की निश्रामें श्री संघ में सामुहिक रूप से गौतम स्वामी २८ लब्धि
तप की विशाल संख्या में उत्साह पूर्वक तपश्चर्या कराई गई। * इस तपश्चर्या में श्री गौतम स्वामी की आराधनादि सभी को
अनुकूलता से हो इस हेतु से यह पुस्तिका प्रकाशित हो रही है । इस पुस्तक में गौतम स्वामी के चैत्यवंदन - स्तवन - स्तुति आदि, संग्रह के साथ संक्षिप्त में श्री गौतम स्वामी का जीवन प्रसंग, प्रभावादि भी संकलित है, जिससे पुस्तक की विशेषता बढ़ गई है।
* इस पुस्तक प्रकाशन में आर्थिक सहयोग जिस जिस महानुभाव ने दिया है इन परिवार को हम हार्दिक धन्यवाद देते है। श्री अंधेरी जैन संघ श्री त्रिभुवनभानु प्रकाशन शांतावाडी-मुंबई.
सांगली-मुंबई.
Jain Education International
For Private & Personal Use Only