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(आ श्री गौतमस्वामीना अष्टकनो जे मुनिपुंगवो प्रभातकाले आदरपूर्वक पाठ करे छे, तेओ क्रमशः आचार्यपद अने हमेशा आनंद (मोक्ष) अवश्य पामे छे)
२८ लब्धिं पद के नाम (उपवास के दिन जाप करने का महामंत्र) १. ॐ हाँ नमो जिणाणं (सर्व जिनोने नमस्कार
करु छु) २. ॐ ह्रीँ नमो ओहि जिणाणं (रूपीपदार्थोने इंद्रियनी
सहाय वगर जाणवानी शक्तिवाळा ने.
नमस्कार करु छु) । ३. ॐ हीं नमो सामन्न केवलिणं (त्रणकाळ अने त्रण
लोकना सर्वभावोने
जाणवानी शक्ति) ४. ॐ ह्रीँ नमो चऊदस पूवीणं (चौदपूर्वगामी बनेलाने
नमस्कार) ५. ॐ ह्रीँ नमो पयाणुसारीणं (एक पद भणता घj
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