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________________ अनुक्रमणिका 1. भगवान ऋषभदेव 1-12 पूर्वभव; मानव संस्कृति का उन्नयन; अन्म वंश; संसार- त्याग; साधना; केवलज्ञान; देशना एवं तीर्थस्थापना; मरीचि प्रथम परिव्राजक; सुन्दरी और ब्राह्मी : वैराग्यकथा; सुन्दरी प्रथम श्राविका बनी; 99 पुत्रों को देशना; पुत्र बाहुबली को केवलज्ञान; भरत द्वारा निर्वाण प्राप्ति; परिनिर्वाण; धर्म-परिवार। भगवान अजितनाथ 13-17 पूर्वभव; जन्म-वंश; गृहस्थ-जीवन; दीक्षाग्रहण एवं केलज्ञान; परिनिर्वाण; धर्म-परिवार। 3. भगवान संभवनाथ 18-23 पूर्वजन्म; जन्मवंश; अनासक्त गृहस्थ-जीवन; दीक्षाग्रहण व केवलज्ञान; प्रथम धर्मदेशना; परिनिर्वाण; धर्म-परिवार। भगवान अभिनंदननाथ 24-27 पूर्वभव; जन्मवंश; ग्रहस्थ-जीवन; दीक्षाग्रहण; केवलज्ञान; प्रथम धर्मदेशन; परिनिर्वाण; धर्म-परिवार। 5. भगवान सुमतिनाथ 28-31 पूर्वभव; जन्मवंश; नामकरण; गृहस्थ-जीवन; दीक्षाग्रहण व केवलज्ञान; परिनिर्वाण; धर्म- परिवार। 6. भगवान श्रीपद्मप्रभ 32-35 पूर्वजन्म; जन्मवंश; गृहस्थ-जीवन; दीक्षा व केवलज्ञान; प्रथम धर्मदेशना; परिनिर्वाण; धर्म-परिवार। भगवान सुपार्श्वनाथ 36-39 पूर्वजन्म; जन्मवंश; ग्रहस्थ-जीवन ; दीक्षा व केवलज्ञान; प्रथम धर्मदेशना; परिनिर्वाण; धर्म-परिवार। भगवान चन्द्रप्रभ पूर्वजन्म; जन्मवंश; गृहस्थ-जीवन; दीक्षाग्रहण-केवलज्ञान; प्रथम धर्मदेशना; परिनिर्वाण; धर्म-परिवार। 40-43 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003143
Book TitleChobis Tirthankar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRajendramuni
PublisherUniversity of Delhi
Publication Year2002
Total Pages224
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size9 MB
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