________________
__mmmmmmm
३२६ ३४१
३५३
मलोह
३१६ प्रार पादपापगमन जानकर वर्ण मृगेया नखलामैर्वनाश्रमी जमिनि
३६४ दर्शनों के मुकाबले ३६४ यहरेव
३६६ अंगरा वाली के निम्न "xकिया ३६८
मी
३६१
D. सोलह
और पादपोपगमन जानकार वर्णन
मृगया १६ नखलोमैर्वनाश्रमी
जैमिनि ६ दर्शन इस के मुकाबिले
यदहरेब
अंगिरा ११ वाली आपत्ति के निवा०xx किया गया है
श्रुतियों योग्य
श्रुतियों १८ यतिधर्मसमुच्चय
शीतापहारिणीम संन्यासाश्रम षड्भिरेते त्यजेन्मूत्र
वस्त्र कांस्यरौप्य
भिक्षा
३६६
३७२
३७२
श्रतियों योग्य श्रतियों यतिधर्मकसमुच्चय शीताहपारिणीम् संन्यासाश्राम षडमिरेते त्यजन्मत्र वस्त्रों कांस्यरेप्य
३७३
३७६
३८६ ༦ གཡ
भिन्न
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org