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४२ पति का अवशेष २४५
पाट
उपधि दस ग्यारह
तथा बारह काम में औधिक मुत्ती
श्रौलिक
भडवे निलोमत धकिखंदिय धाणि श्यानता
निलोभता चक्खिदिय
ঘাষি ध्यासनता
२५४
भिक्ख भिक्खूणी पडिवाये सेज्मा इकखाम रकखकुलाणि अम्नतरेसु
२५४ २५४
मांग भिक्खू भिक्खुणि पडियाये
सेन्जाई
इक्खाग रक्खगकुलागि भएणतरेसु
अदु शोल्क
पुरंगलं बहुं उज्झिय
२५४
"अद
शौल्ककोदाग
२५५ २५६
KNK ONG mor"
पुग्गवं
D.
बड़ उज्मय जिसके निबन्धेरा कमि
निब्बघेणं कन्जमि
२५६
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