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अशुद्ध पाठ
हास
चौपसा
तत्काल्लीन
धर्माधर्मा-विज्ञ
हास
दुष्षमा
दुष्षपदष्षमा
ववण्डर
हास
उत्सर्पिर्णी
प्रत्यक्ष
वडा
शुद्धि-पत्र
३
५
६
६
६
१०
११
११
१२
परन्तु हम उन सबका १२ अवतरण देंगे। जिसमें
कि दस प्रकार के कल्प वृक्षों के नाम सूचित किये गये हैं ।
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३
३
पंक्ति
४
१३
१४
१०
४, ६
१६
२१
२०
शुद्ध पाठ
ह्रास
चौरासी
तत्कालीन
धर्माधर्म-विज्ञ
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हास
दुष्षमा
दुष्षमदुष्षमा
बवण्डर
हास
उत्सर्पिणी
प्राप्य
बड़ा
६, १० परन्तु हम उन सबका अवतरण नहीं देंगे, किन्तु एक ही उद्धरण
देंगे जिसमें कि दस
प्रकार के कल्पवृक्षों के
नाम सूचित किये गये हैं ।
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