________________
४३७
धर्म प्रचार में अशोक का सहकार महायान की शुरूआत भारत में बौद्ध-धर्म बौद्ध धर्म को विदेशों में फैलने और भारत से निर्वासित ४३६. होने के कारण भारत के बाहर के प्रदेशों में भी प्रचार क्या आज का बौद्ध-धर्म बुद्ध का मूल धर्म है ?
४५१ शाक्य भिक्षु प्रत्रज्या अनगार बौद्ध भिक्षु के पालनीय नियम बौद्ध-भिक्षु का परिग्रह बौद्ध भिक्षु के आचार सम्बन्धी नियम
४६१ शरीरोपयोगी पदार्थों के प्रयोग में सावधानी
४६२ बौद्ध भिक्षु की भिक्षाचयो और भिक्षान्न
४६४ बौद्ध भिक्षु का अहिंसोपदेश
४६६ उद्दिष्ट कृत और आम गन्ध
४७३ आम-गन्ध के विषय में बुद्ध और पूरण कश्यप का संबाद ४७५ बुद्ध अपना मन्तव्य प्रकट करते हुए कहते हैं बुद्ध और इनके भिक्षुओं की दान प्रशंसा बौद्ध-ग्रन्थों के लेखकों की अतिशयोक्तियां
४८४ बुद्ध का अन्तिम भोजन "सूकर मद्दव" बुद्ध निर्वाण के बाद बौद्ध भिक्षुओं की स्थिति भावी बौद्ध संघ के सम्बन्ध में पुस्सथेर की भविष्य वाणी ५०३ समाप्ति मंगल
५०६
०YXurd०४
w w
w
w
w
४७८
४६२ ५०१
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org