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( ५ )
श्रधिकग्रह उपधि का लक्षण
दशविध श्रमण धर्म
सत्ताईस श्रमण गुण जैन श्रमणों की भिक्षाचर्या
पिण्डैषणा
भिक्षाकुल
भिक्षा में अग्राह्य पदार्थ
भिक्षा में ग्राह्य द्रव्य
श्रमणों के लिए विकृति ग्रहण के विषय में व्यवस्था
जैन श्रमणों का भोजन प्रकार
पानैषणा
पानी पीने सम्बन्धी नियम
श्रमणों के गण
कुल
गण
आचार्य
उपाध्याय
प्रवर्ती अथवा प्रवर्तक
स्थविर
गणी
गणधर
गावच्छेदक
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