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रतनगड़
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चा० सं०
___ अग्रगण्य नाम (बी० ऋ०) गांव ठाणा सहयोगी मुनि १९६४ साध्वीश्री नानूंजी 'बड़ा' (४२२) खींचन १९६५ , चनणांजी (४११) राजलदेसर १९६६ , लादूजी (६३२) सरदारशहर १६६७ छगनांजी (५७५) रासीसर १९६८ , सुन्दरजी (४३२) बीकानेर १६६६ , लिछमांजी (६३७) मोमासर १९७० , रायकंवरजी 'बड़ा' (३२८) चितामा ८ १९७१ , जड़ावांजी 'छोटा' (५६२) चाड़वास ५ १९७२ मुनिश्री रंगलालजी (३३६) राजाजी का करेड़ा ३ १९७३ साध्वीश्री लिछमांजी 'छोटा' (६३७) मोमासर ५ १९७४ मुनिश्री चिरंजीलालजी (३०२) भिवानी १९७५ , फोजमलजी (२४२) लोटोती १९७६ साध्वीश्री सुवटांजी (५८४) राजलदेसर १९७७ , गंगाजी (४४४) मांडा १९७८ आचार्यश्री कालूगणी छापर संत २५ साध्वीश्री कानकंवरजी आधि
२६।।
१९७९ साध्वीश्री सुवटांजी (५८४) राजलदेसर १६८० , गंगाजी (४४४) मांडा १९६१ , लाडांजी (६१०) लाडनूं १९८२ , हीरांजी (६२०) नोहर १९८३ , गंगाजी (४४४) मांडा १९८४ , ,
" १९८५ मुनिश्री घासीरामजी (३५६) दिवेर
आशारामजी (बालोतरा) चंपालालजी (बीदासर) चिरंजीलालजी (मोठ)
,, साध्वीश्री गंगाजी (४४४) मांडा १९८६ मुनिश्री कानमलजी (३८५) पुर
" , नथमलजी (३६४) बागोर ,, साध्वीश्री गंगाजी (४४४) मांडा
सोहनलालजी (सुजानगढ़) हगामीलालजी (दौलतगढ़)
१. साध्वी-प्रमुखा जेठांजी उस समय राजलदेसर में स्थिरवास कर रही थीं।
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