________________
२५४
पावस-प्रवार
s
बालोतरा (राज. जोधपुर संभाग) चा० सं० अग्रगण्य नाम (दो० ऋ०) गांव ठाणा सहयोगी मुनि १८६७ आचार्यश्री भारीमालजी मूहा १८६८ मुनिश्री हेमराजजी (३६) सिरियारी १८८६ , शिवजी' (८२) देवगढ़ १८९० , जीतमलजी (६४) रोयट १८६१ , हेमराजजी (३६) सिरियारी १९०७ , सतीदासजी (८४) गोगुंदा १६१२ , मोतीजी (७७) सीवास १९१४ साध्वीश्री महताबकंवरजी (१४५) किशनगढ़
, , नन्दूजी 'छोटा' (१६७) देवगढ़ १९२१ मुनिश्री हरखचंदजी (१४४) अटाट्यां १६२७ , बींजराजजी (१३५) बाजोली १६३४ साध्वीश्री नन्दूजी 'बड़ा' (६२) लावा १६३५ , सरदारांजी (२४७) बडू १६३७ मुनिश्री भवानजी (१२०) १९४० , माणकलालजी (माणकगणी) जयपुर १९५१ , जयचंदलालजी (२६८) 'केलवा' १९५३ , पूनमचन्दजी (२६२) पचपदरा ३ १९५६ , रावतमलजी (२८४) पाली १९५७ मुनिश्री फौजमलजी (२४२) लोटोती
is om x x x w x sm mm ox w am w my w x
१९६०
,
१९६२ साध्वीश्री नानूजी 'छोटा' (४९६) पचपदरा ६ १९६३ , चनणांजी (४११) राजलदेसर ५ १९६६ मुनिश्री पूनमचंदजी (२६२) पचपदरा १९६८ साध्वीश्री सुवटांजी (५८४) राजलदेसर १९६९ मुनिश्री छबीलचंदजी (२३०) सुधरी १९७० साध्वीश्री भूरांजी (३७८) लाडनूं १९७१ , पेफांजी (६२५) कांकरोली १. अग्रगण्य मुनि कौन थे इसका उल्लेख नहीं मिलता। २. मूल प्रति में बालोतरा की तरफ लिखा है।
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org