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दवादशमी, व्रतच्यग्या
( एवं ) बजेव, मादीपूनम, प्रजापडवो, प्रेतबीज, गौरीत्रीज, विनायकचोय, नागपांचम, जीवणाबडी, शीयलसप्तमी, ध्रुवच्यष्टमी, नौली नवमी, रसी, वत्सवारसी, धनतेरसी, अनंतचौदशी, अमावास्या, च्यादित्यवार, उत्तरायन, नैवेद्य, याग, जोग मान्या; पीपले पाणी रेड्यां, रेडाव्यां; घरबादिर कूवे, तलावे, नदी, पद, कुंड, वावि समुद्रे, पुण्यदेतु स्नान कीधां; वितिगिता -- धर्म संबंधीया फल तो संदेह कीधो; जिन परिदंत धमना गर, विश्वोपकारसागर, मोक्षमार्गना दातार, इस्या गुणनणी पूज्या नहिं; इहलोक परलोक संबंधीया जोग वंबित पूजा कीधी; रोग प्रातंक कष्ट प्रावे दीएवचन याग मान्या; महात्मानां जात, पापी मल शोना तणी निंदा कीधी ; प्रीति
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