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सन्देशरासक-शब्दकोष
__मलिप्त (?)
राअ १००, राय १०१ [ राग] अनुराग ललियहीण १८[ ललितहीन] लालित्यहीन राईव १३७ राजीव
Vलवलप् (गु. लवधू), लव १६६ रायमराल ४१ राजहंस
Vलह = लभू (गु. लहेवू) लहंत १८, राय १८३ संगीतस्य रागः
___ लहंतय ८९, °लहंतिय १४७, लहि २१२ रामायण ४४
लहरि०२०८ री रास १६७ रास = नृत्य (गु. रास, यथारासे | Vलहलह = तरलशिखायुक्तज्वलने रमवु, रास रमवू)
लहलहइ १८२ रासउ ४३ रासकः (गु. रासो)
Vलाय% लागय्, लाइयइ १८९ राह २४ राहु
लाह १९८ लाभ रिउ १९२ रिपु
V लिह = लिख , लिहइ २३ (जानाति), रिउणाह १९६ [ऋतुनाथ ] वसन्त
लिहिवि ८८, लिहिय ९६ रिक्ख १६० [ऋक्ष ] नक्षत्र
V लिह = लिह, लिहंति २०६ 'रिल्ल १६२ जलप्रवाह (गु. रेल) लीलंतिय ५३ लीलां कुर्वन्ती °रिसिय १५९ ऋषि
°लुद्ध २०५ लुब्ध रूअ० ७९ रुत
'लुल १४३ लिप्त (?) यथा कर्दमलुल = कर्दरुणझुण २०५ भ्रमरगुञ्जने रुणझुणउ ६५ (मेखलाशब्दे) रणझणत्कारः लल लुट् , लुलइ ४९, लुलंत १७३ रुद्ध १४५
Vले-ला (गु. लेवु) लेविणु ७१, लइवि रुन्नु १०९ रुदितम्
९८, लइ ९८, ९४ (?), लय (2) रुन्नय ६८ रोदन
८६, लिय १६८, लीअय १७६ (हिं. Vरुव रुद्, रुवइ २५, रुवंत २१४, रुइवि लिया) ६७, रुयविरुयवि १०९
Vलेव = लेपय् , लेवियइ १८७, लेवियय रोवरोद् (गु. रोवु) रोवंतिय रूव ५४ रूप
लेह ८८ [ लेख] लिखितसंदेश रेणु २१०
लेहय ६५ लेखक = लेखवाहक V रेह-राज, रेहइ १४०, रेहइ ४८, रेहति लोड २११ [लोकः ] जनाः
'लोयण २५ लोचन रेह १४० रेखा
लोह ९२ लोभ ल्हसिय ८७ सस्त (गु. लसवु) गत,
झसित लइ २३, १३४, १८६ वाक्यालंकारे (गु.
ले. मराठी, लइ) 'लय २७ लता
व २९, १२३ इव 'लक्क २४ कटि (गु. लॉक, लंक)
वयण ८३चन (ग. वैण) लक्खण २३ लक्षण
वयण ९८°दन लच्छि २०५ [ लक्ष्मी ] शोभा
वयणिज्ज १५५ वचनीय Vलज = लज्ज (गु. लाजवू) लजंति वंस ४५ [वंश] वेणु (गु. वाँसळी)
१५०, लजिजउ ७०, लजिवि ७१ वक्खर ९५ [उवक्खर<उपस्कर ] उपस्कर, रद्ध १९४ लब्ध (गु. लाधq)
वस्तु (गु. यथा घरवखरी, लंविय ६० लम्ब
'वाखरो)
व
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