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भर्तृहरिसुभाषितसंग्रहे आवासः किलकिञ्चितस्य दयिता पार्श्वे विलासालसा
कर्णे कोकिलकामिनीकलरवः स्मेरो लतामण्डपः । गोष्ठी सत्कविभिः समं कतिपयैर्मुग्धाः सितांशोः कराः
केषांचित् सुखयन्ति चात्र हृदयं चैत्रे विचित्राः सजः ॥१३८॥ केशाः संयमिनः श्रुतेरपि परं पारं गते लोचने ___ अन्तर्वक्रमपि स्वभावशुचिभिः कीर्णं द्विजानां गणैः । मुक्तानां सतताधिवासरुचिरं वक्षोजकुम्भवयम्
इत्थं तन्वि वपुः प्रशान्तमपि ते रागं करोत्येव नः॥ १३९ ॥
___BIS. 1098 (421) Bhartr.ed. Bohl. 1. 44. Haeb. 47. lith, ed. II. 84. Satakav. 67; SR.B. p. 276. 36; SU. 856 ; SLP. 5. 21 (Bh.).
138 ) CM4.5 आवासाः; F2 आवाराः; Y आवासं (for भावासः). Eot. it. at J2 x किलकिंचिदस्य; F1.3 किलकिंचितश्च; F5 W किल(Fs om.) किंचिदेव; Y1(c.v as in text).2.4.6 G2. 8. च सधालयेषु: T3 G1 किलिकिंचितस्य: Y: किलिकंचितस्य. CJY-8.8 TG: M.दयिताः. A2 विलासालया; B1 Eo. it. 3.414-6.8 TG विलासालसाः; Fs W I सालसः:J1°सा( स)रसा;XY1 सास्पदं.-") B2 प्रांतेवणे; G1 कंठे;G4 कंठ: (for कर्णे). W काकली; G-भामिनी-(for कामिनी-). G4 -कलरवैः. CE स्मेराY3 सेरोल, Ye एला- (for मेरो). CE. W लतामंडपाः; F1.3 J_Y2 T2 CR. 4 °मंटपः; Y6 °मंडपे T3 'मंटपं: G1 मंटपाः M. मंडपं.-) Mt. कृता (for समं). B कतिपये; C गुणिगणैः (for कतिपयैर). B C D E F2.3.: Wic. 2- Y3 सेव्याः ; J2M. स्निग्धाः ; Wit शेषः (for मुग्धाः ). A B2 F... (by corr.) J2c TWI Y1 T3 शितांशोः ; B1H M+सधांशो:OD Fa हिमांशोः; Et हितांशोः (for सितांशोः). F3 गिरेः शेखराः (for सितांशोः कराः). D F5 कलाः (for कराः). -4)x केषां न: Y1 केषां नो (for केषांचित). E2 सुखदान;x स्पृहयंति;G प्रथयंति (for सुख). B2 E3 वात्र हृदयं; D F5 नेत्रहृदयं; E2 चित्तहृदयं; Fs तत्र हृदयं; W नेत्रहृदये; M4 हात्र हृदयं (for चात्र हृदयं). B2 F चित्रा विचित्राः स्रजः चित्रैर्विचित्रैरपि, E2t चेष्टं विचित्राः स्रजः; F; W चैत्रे विचित्राः क्षपाः; X2 T3 चैत्रे विचित्रस्रजः; G1 चैत्रे विचित्रत्रजां.
BIS. 1039 (393) Bhartr. ed. Bohl. 1, 35. Haeb. 37. lith. ed. I. 8G, Satakav. 66%3 SK. 3. 359; SLP. 5. 23 (Bh.).
___139* Om. in c. Bl order acid (to avoid hiatus). -4) A Fo-2.5 संयमिताः (for 'मिनः). -") Y1.8 [s]प्यंतर; Y G1.5 M1-3 चांतर्; Y: मंतर; C+ त्वंतर (for अन्तर). F कीर्णा; Y2.4-6 G2. 3 पूर्ण (for कीर्ण). F; Y: गुणैः; Y: गणौ (for गणैः).
- ) F१ सुतनाधिकास- (for सतताधिवास.). Y (except Y1) T G M1-3 सतताधिवासरुचिरौ वक्षोजकुंभाविमौ. -4) F1 हृधं; Ji चेत्थं; X Y हीत्थं; Mi. 5 चित्रं (for इत्थं). H रक्ति
W क्षोभं; Y2.4.5 C2-4 तापं (for रागं). B1 करोत्युच्चकैः. ____BIS. 1916 (739) Bhartr. ed. Bohl. 1. 12. Haeb. 14. lith. ed. II. 90; SRB. p. 314, 69%3 SRK. p. 285.3 (Bh.); SHV. app. II. f. 17a. 97 (Bh.); Sabhyalankarana f. 28a; SLP. 5. 27 (Bh.).
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