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भर्तृहरिसुभाषितसंग्रहे
वक्रं चन्द्रविडम्बि पङ्कजपरीहासक्षमे लोचने
वर्णः स्वर्णमपाकरिष्णुरलिनीजिष्णुः कचानां चयः ।
वक्षोजाविभकुम्भविभ्रमहरौ गुर्वी नितम्बस्थली
वाचां हारि च मार्दवं युवतिषु स्वाभाविकं मण्डनम् ॥ ९० ॥ नामृतं न विषं किंचिदेकां मुक्त्वा नितम्बिनीम् । सैवामृतलता रक्ता विरक्ता विषवल्लरी ॥ ९१ ॥
चातुर्याकुञ्चिताक्षाः कटाक्षाः स्निग्धा वाचो लज्जितान्ताश्च हासाः । लीलामन्दं प्रस्थितं च स्थितं च स्त्रीणामेतद् भूषणं चायुधं च ॥९२॥
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90 4 ) W4 वक्रं (for वक्तुं ). B1 C Ft. 6H Y8.8G2.86M1. 2 - विलासि; DF 3.4t. v. J2 W Y3-5.5 T G1.4 M3-5 विकासि; Eat - विडंब; Ji - विकाशि; Y2 -विलास- (for - विडम्बि ); G+ वारिज (for पङ्कज). J X 1 X हासाक्षमे - ) CW° G1 M3 वर्ण (for वर्णः ). CG1 M3 णुरजनी; DF 3. 4JY2 ष्णुरलिनां; E1 Fs 'ष्णुरलिनीं ; E2 om. ; Y1 °ष्णुरलिनीर्; G+ ●ष्णुरलिनो (for ष्णुरलिनी ). - ) Fs [इ]ह (for [इ]भ ). B Ese M1 - 3 - विभ्रमकरौ; F (t.v. as in text) - विभ्रमधरौ; W10. 2-4 - संभ्रमहरौ (for - विभ्रमहरौ ). After 'हरौ, Jat lacuna to the end of Śloka. Jit Ms eff (for gaff). d) A Hit. 2 I वाचो; C चेतो; X वाचा; Ms द्वाचां (for वाचां ). E हारिषु ( E com, युवतिषु हारिषु मनोहारिणीषु ) ; मार्दवम् I हारित (for हारि च ). Fs उज्वलं; Jit मार्द्रवं; J 10 आर्द्रवः (for मार्दवं ).
F5
BIS. 5896 (2696) Bhartr. ed. Bohl. and Haeb. 1. 5. lith. ed. II. 26; SRB. p. 254. 43 ; SRK. p. 271 17 (Prasañigaratnāvalī ) ; SLP. 4. 71 ( Bh. ).
91 G1 om. [perhaps haplographically with similar variant reading of तावदेवामृत which precedes ] - 2 ) W4 नामनं न विषं ; X1 G2t नामृतं नाविषं; Y3 विनामृतं विषं; Y+ नामृतं न मृष. 6 ) A3 J12t एकां मुक्ताः C एकैव तु; FsY7.3 एका मुक्त्वा ; W एका मुक्ता X1 एकां मुक्तां; X2 विना मुक्तां; Y2.4 G3. 4 एतां मुक्त्वा ; Y3 विना मुग्धाः । G5 M4.5 एनां मुक्त्वा ; M1 विना मुग्धां; M3 एकमुक्ता (for एकां मुक्त्वा ), ( Ja com. मुक्ता = बिट्टु for मुक्त्वा ). BC E3. 5 I Jit W M3 नितंबिनी. c) BD Eo-2405 F12 G1 सैवामृतमयी; W★ शैवामृतलता. Gat सैवामृतरसालक्ता. - 2) Ys वियुक्ता (for विरक्ता).
BIS. 3608 (1549) Bhartr. ed. Bohl. 1. 75. Haeb. 78. Pañc. ed. koseg. IV. 34. ed. Bomb. 32. Subhash 12; SRB. p. 251. 10 (var.) ; SRK. p. 114. 11 ( Bh. ); SU. 565 ; JSV. 241. 17 ( var.) ; SLP. 4. 72 ( Bh. ).
92 Om. in I. - • *) A2 B1 DF H JYTG
चातुर्यात्; Fs W1 M 4. 5
चातुर्य ( W1 ° ). F's कुंचिताया; G कुंचितांता:; Ms कुंचितार्धा: (for - कुञ्चिताक्षाः ). C चातुर्य कुंचिताकुंचिताक्ष्याः. 8) B_F12 H_Jat. 2 भावा; Jic भावः; Y7 वाचा ( for वाचो ). C Eat M3 लज्जितास्ते च; Fs W लजिता (W2 जया ) श्चैव; Jat लज्जितालाश्च ; G+ लक्षितांताश्च. - °) B1 G1 लीलामंद: D वा स्थितं; E24t सुस्थितं; F2 W4 (orig.) चास्थितं (for च स्थितं ). E1 X1 om. (hapl.) स्थितं च. d) A0. 1. 3 एते ( for एतद् ). F'sm.v. दूषणं (for चायुधं ). Eot वा (for च).
BIS. 4646 (2081) Bhartr. ed. Bohl. and Haeb. 1. 3; Sp. 3954 (Bh.); SRB. p. 251. 41 (Bh.); SBH, 2227 (Kaviputrau); SRK. p. 270. 6 (Bh.); SLP. 4. 73 (Bh.).
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