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५२५] षट्त्रिंश अध्ययन
सचित्र उत्तराध्ययन सूत्र
गब्भवक्कन्तिया जे उ, तिविहा ते वियाहिया ।
अकम्म-कम्मभूमा य, अन्तरद्दीवया तहा ॥१९६॥ जो गर्भज मनुष्य हैं, वे तीन प्रकार के बताये गये हैं-(१) कर्मभूमिज (२) अकर्मभमिज और (३) अन्तरद्वीपज ||१९६॥
Womb originated men are of three types-(1) born in Karmabhumi, (2) born in Akarmabhumi and (3) born in minor islands (antaradvipas). (196)
पन्नरस-तीसइ-विहा, भेया अट्ठवीसई ।
संखा उ कमसो तेसिं, इइ एसा वियाहिया ॥१९७॥ कर्मभूमिज मनुष्यों के पन्द्रह (१५) प्रकार, अकर्मभूमिज मनुष्यों के तीस (३०) प्रकार और अन्तरद्वीपज मनुष्यों के अट्ठाईस प्रकार कहे गये हैं ॥१९७॥
Fifteen kinds of born in Karmabhümis, thirty kinds of born in Akarmabhumis and twentyeight kinds of born in minor islands-thus the men are said. (197)
संमुच्छिमाण एमेव, भेओ होइ आहिओ ।
लोगस्स एगदेसम्मि, ते सव्वे वि वियाहिया ॥१९८॥ इसी तरह के तीन भेद संमूर्छिम मनुष्यों के होते हैं। ये सभी (गर्भज और संमूर्छिम) मनुष्य लोक के एक देश (अंश या भाग) में ही बताये गये हैं ॥१९॥
Likewise, there are three kinds of men originating by generatio aequivoca. All these types of men (both originating by generatio aequivoca and born from the womb) reside in a part of the universe, not in whole universe. (198)
संतई पप्पऽणाईया, अपज्जवसिया वि य ।
ठियं पडुच्च साईया, सपज्जवसिया वि य ॥१९९॥ संतति-प्रवाह की अपेक्षा (सभी प्रकार के मनुष्य) ये सभी अनादि-अनन्त हैं और स्थिति की अपेक्षा सादि-सान्त भी हैं ॥१९९॥
By continuous flow all the types of men are without beginning and end but considering individual age duration all these are with beginning and end too. (199)
पलिओवमाइं तिण्णि उ, उक्कोसेण वियाहिया ।
आउट्ठिई मणुयाणं, अन्तोमुहुत्तं जहन्निया ॥२00॥ __ (गर्भज) मनुष्य की उत्कृष्ट आयुस्थिति तीन पल्योपम की और जघन्य आयुस्थिति अन्तर्मुहूर्त की कही गई है ॥२०॥
The longest age duration of men born from the womb, is of three palyopamas and shortest is of antarmuhurta. (200)
पलिओवमाइं तिण्णि उ, उक्कोसेण वियाहिया । पुव्वकोडीपुहत्तेणं, अन्तोमुहुत्तं जहन्निया ॥२0१॥
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