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मेरू पर्वत की प्रदक्षिणा करता ज्योतिष मण्डल
पंडक वन में चार अभिषेक शिला
चूलिका
उत्तर
अतिरक्त कंबला
ईशानेन्द्र प्रासाद
अभिषेक शिला
ईशानेन्द्र
प्रासाद
GO
पश्चिम रक्त कंबला
-शनि ग्रह ९०० योजन - मंगल ग्रह ८९७ योजन
गुरु ग्रह ८९४ योजन शुक्र ग्रह ८९१ योजन बुध ग्रह ८८८ योजन
नक्षत्र ८८४ योजन चंद्र ८८० योजन सूर्य ८०० योजन तारा ७९० योजन
पांडु कंबला
चैत्य
पंडक
वन
प्रासाद
कार
प्रासाद
तीसरी -१००० योजन मेखला
अति पांडु कंबला
दक्षिण
३६००० योजन →
तीसरा कांड
सोमनस
दूसरी मेखला
वन
६२५०० योजन
शनि
स्वाति
मंगल
चंद्र
११० योजन ज्योतिष चक्र
गुरू
अभिजीत
चंद्र
शुक्र
AYEOTKE JAB
मूल
भरणी
नंदनवन
पहली Nifal मेखला
भद्रशालवन
-५०० योजन→
भूमि स्थान पर १०००० योजन विस्तार
समभूतल
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१००० योजन ऊँचाई
पहला काड
भूमि के अंदर गहराई १००० योजन चौड़ाई १००९०१० योजन
कंद विभाग
अष्ट रूचक प्रदेश
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