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क्रम
विष्णु वसु
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अट्ठाईस नक्षत्रों की तालिका नक्षत्र देवता | तारे । | गोत्र
संस्थान अभिजित् ब्रह्मा
मौद्गलायन गोशीर्ष के सदृश श्रवण
सांख्यायन तालाब के समान धनिष्ठा
अग्रभाव
पक्षी कलेवर सदृश शतभिषक्
वरुण
१००
कण्णिलायन पुष्प-राशिवत् पूर्वभाद्रपदा अज
जातुकर्ण अर्धवापी उत्तरभाद्रपदा अभिवृद्धि
धनंजय
अर्धवापी रेवती पूषा
पुष्यायन
नौका अश्विनी अश्व
अश्वायन
अश्वस्कन्ध भरणी यम
भार्गवेश
भग के समान कृत्तिका अग्नि
अग्निवेश्य
क्षुरगृह रोहिणी प्रजापति
गौतम
गाड़ी की धुरी मृगशिर सोम
भारद्वाज
मृग के मस्तक आर्द्रा रुद्र
लोहित्यायन रुधिर बिन्दु पुनर्वसु अदिति
वासिष्ठ
तराजू पुष्य
अवमज्जायन वर्द्धमानक अश्लेषा
माण्डव्यायन ध्वजा पितृ
पिंगायन प्राचीर पूर्वाफाल्गुनी भग
गोवल्लायन
आधे पलँगवत् उत्तराफाल्गुनी अर्यमा
काश्यप
आधे पलँगवत् हस्त सविता
कौशिक
हाथ के समान चित्रा त्वष्टा
दार्भायन पीली जूही के पुष्प स्वाति वायु
चामरच्छायन कीलक विशाखा इन्द्राग्नि
शुंगायन
पशु बाँधने की रस्सी अनुराधा मित्र
गोलव्यायन एकावली हार इन्द्र
चिकित्सायन हाथी-दाँत मूल नैर्ऋत
कात्यायन बिच्छू की पूँछ पूर्वाषाढा आप
वाभ्रव्यायन हाथी के पैर तुल्य उत्तराषाढा विश्वेदेव
व्याघ्रापत्य बैठे हुए सिंह तुल्य सूत्र-१९० सूत्र-१९१ सूत्र-१९२ सूत्र-१९२
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बृहस्पति
सर्प
मघा
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ज्येष्ठा
सूत्र-१८८
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जम्बूद्वीप प्रज्ञप्ति सूत्र
(644)
Jambudveep Praynapti Sutra
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