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वियुत्प्रभ वक्षस्कार पर्वत VIDYUTPRABH VAKSHASKAR MOUNTAIN
१३०. [प्र. ] कहि णं भन्ते ! जम्बुद्दीवे दीवे महाविदेहे वासे विज्जुप्पभे णामं वक्खारपब्बए पण्णत्ते?
[उ. ] गोयमा ! णिसहस्स वासहरपब्वयस्स उत्तरेणं, मन्दरस्स पव्वयस्स दाहिण-पच्चत्थिमेणं, देवकुराए पच्चत्थिमेणं, पम्हस्स विजयस्स पुरथिमेणं, एत्थ णं जम्बुद्दीवे दीवे महाविदेहे वासे विजुप्पभे वक्खारपव्वए पण्णत्ते। उत्तरदाहिणायए एवं जहा मालवन्ते णवरि सवतवणिज्जमए अच्छे जाव देवा आसयन्ति।
[प्र. ] विज्जुप्पभे णं भन्ते ! वक्खारपब्बए कइ कूडा पण्णत्ता ? __ [उ. ] गोयमा ! नव कूडा पण्णत्ता, तं जहा-सिद्धाययणकूडे १, विज्जुप्पभकूडे २, देवकुरुकूडे ३, पम्हकूडे ४, कणगकूडे ५, सोवत्थिअकूडे ६, सीओआकूडे ७, सयज्जलकूडे ८, हरिकूडे ९।
सिद्धे अ विज्जुणामे, देवकुरु पम्हकणगसोवत्थी।
सीओया य सयज्जलहरिकूडे चेव बोद्धब्बे ॥१॥ एए हरिकूडवज्जा पंचसइआ णेअव्वा। एएसिं कूडाणं पुच्छा दिसिविदिसाओ अब्बाओ जहा मालवन्तस्स। हरिस्सहकूडे तह चेव हरिकूडे रायहाणी जह चेव दाहिणेणं चमरचंचा रायहाणी तह अब्बा, कणगसोवत्थिअकूडेसु वारिसेण-बलाहयाओ दो देवयाओ, अवसिठेसु कूडेसु कूडसरिसणामया देवा रायहाणीओ दाहिणेणं।
[प्र. ] से केणट्टेणं भन्ते ! एवं वुच्चइ-विज्जुप्पभे वक्खारपब्बए २ ?
[उ. ] गोयमा ! विज्जुप्पभे णं वक्खारपब्बए विज्जुमिव सब्बओ समन्ता ओभासेइ, उज्जोवेइ, पभासइ, विजुप्पभे य इत्थ देवे पलिओवमट्टिइए जाव परिवसइ, से एएणडेणं गोयमा ! एवं वुच्चइ विज्जुप्पभे २, अदुत्तरं च णं जाव णिच्चे।
१३०. [प्र.] भगवन् ! जम्बूद्वीप के अन्तर्गत महाविदेह क्षेत्र में विद्युत्प्रभ नामक वक्षस्कार पर्वत कहाँ है?
[उ. ] गौतम ! निषध वर्षधर पर्वत के उत्तर में, मन्दर पर्वत के दक्षिण-पश्चिम में, देवकुरु के पश्चिम में तथा पद्म विजय के पूर्व में जम्बूद्वीप के अन्तर्गत महाविदेह क्षेत्र में विद्युत्प्रभ नामक वक्षस्कार पर्वत है। वह उत्तर-दक्षिण में लम्बा है। उसका शेष वर्णन माल्यवान् पर्वत जैसा है। इतनी विशेषता है-वह सर्वथा तपनीय-स्वर्णमय है। वह स्वच्छ है-देदीप्यमान है, सुन्दर है। देव-देवियाँ आश्रय लेते हैं, विश्राम करते हैं।
[प्र. ] भगवन् ! विद्युत्प्रभ वक्षस्कार पर्वत के कितने कूट हैं ?
[उ. ] गौतम ! उसके नौ कूट हैं-१. सिद्धायतनकूट, २. विद्युत्प्रभकूट, ३. देवकुरुकूट, ४. पक्ष्मकूट, ५. कनककूट, ६. सौवत्सिककूट, ७. सीतोदाकूट, ८. शतज्वलकूट तथा ९. हरिकूट।
जम्बूद्वीप प्रज्ञप्ति सूत्र
(356)
Jambudveep Prajnapti Sutra
कम
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