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________________ ५. एक्कतीसं कुक्कुडिअंडगप्पमाणमेत्ते कवले आहारमाणे किंचूणोमोयरिया, ६. बत्तीसं कुक्कुडिअंडगप्पमाणमेत्ते कवले आहारमाणे पमाणपत्ता, ७. एत्तो एगेण वि घासेणं ऊणयं आहारमाहारेमाणे समणे णिग्गंथे णो पकामरसभोइत्ति वत्तव्यं सिया । से तं भत्तपाणदव्वोमोयरिया, से तं दव्वोमोयरिया । से किं तं भावोमोयरिया ? भावोमोयरिया अणेगविहा पण्णत्ता । तं जहा - अप्पकोहे, अप्पमाणे, अप्पमाए, अप्पलोहे, अप्पसद्दे, अप्पझंझे । से तं भावोमोयरिया, से तं ओमोयरिया । ३०. (ग) अवमोदरिका तप क्या है ? अवमोदरिका तप के दो भेद हैं- (१) द्रव्य - - अवमोदरिका, (२) भाव - अवमोदरिका । द्रव्य - अवमोदरिका तप क्या है ? द्रव्य - अवमोदरिका तप के दो भेद हैं- ( १ ) उपकरण - द्रव्य - अवमोदरिका - वस्त्र आदि शरीरोपयोगी पात्र, आसन सामग्री का कम उपयोग करना । (२) भक्तपान - द्रव्यअवमोदरिका - खाद्य, पेय आदि पदार्थों का कम मात्रा में उपयोग करना, भूख से कम खाना । उपकरण-द्रव्य-अवमोदरिका क्या है ? उपकरण- द्रव्य-अवमोदरिका के तीन भेद हैं- ( १ ) एक वस्त्र रखना, (२) एक पात्र रखना, (३) उपकरण आदि में मूर्च्छा नहीं रखना । यह उपकरण - द्रव्य-अवमोदरिका तप है । भक्तपान- द्रव्य-अवमोदरिका क्या है ? भक्तपान- द्रव्य-अवमोदरिका के अनेक भेद बतलाये हैं, जो इस प्रकार हैं (१) मुर्गी के अण्डे के जितना बड़ा एक ग्रास, वैसे केवल आठ ग्रास भोजन करना अल्पाहार-अवमोदरिका है। (२) मुर्गी के अण्डे के परिमाण वाला बारह ग्रास भोजन करना अपार्ध - ( अर्ध से कम ) अवमोदरिका है। (३) मुर्गी के अण्डे के परिमाण वाला सोलह ग्रास भोजन करना द्विभाग प्राप्त या अर्धअवमोदरिका है। (४) मुर्गी के अण्डे के परिमाण वाला चौबीस ग्रास भोजन करना-चौथाई अवमोदरिका है। (५) मुर्गी के अण्डे के परिमाण वाला इकतीस ग्रास भोजन करना किंचित् न्यून(कुछ कम ) अवमोदरिका है। समवसरण अधिकार Jain Education International (79) For Private & Personal Use Only Samavasaran Adhikar www.jainelibrary.org
SR No.002910
Book TitleAgam 12 Upang 01 Aupapatik Sutra Sthanakvasi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAmarmuni, Shreechand Surana
PublisherPadma Prakashan
Publication Year2003
Total Pages440
LanguageHindi, English
ClassificationBook_Devnagari, Book_English, Agam, Canon, Conduct, & agam_aupapatik
File Size16 MB
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